बहनों ने अपने भाई के माथे पर टीका लगा कर लंबी आयु की कामना की
बददी/ सचिन बैंसल: बीबीएन में भैया दूज का पर्व धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भाई बहन के स्नेह और प्रेम का प्रतीक भैया दूज पर्व ने बहनो ने अपना भाई के माथे पर सिंदूर का टीका लगा कर उनकी लंबी आयु की कामना की। कार्तिक शुक्ल की द्वितीय को भैया दूज मनाने की पंरपरा है। बताया जाता है कि इस दिन यमुना माता ने अपने भाई यम को अपने घर पर आमंत्रित किया था। और उनके स्वागत के साथ साथ उन्हें टीका भी लगाया था। तभी से यह त्योहार मनाया जाता है।
दूसरी कथा के अनुसार, भगवान कृष्ण राक्षस नरकासुर का हराने के बाद अपनी बहन सुभद्रा से मिलने गये थे, तभी से इस दिन को भाई दूज के रूप में मनाया जाता है. मान्यता है कि सुभद्रा की तरह भाई के माथे पर तिलक लगाकर सत्कार करने से भाई बहन के बीच प्रेम बढ़ता है. इस दिन भाई बहन को साथ यमुना में स्नान करने की भी मान्यता है। इस दिन श्रद्धापूर्वक अपने पापों की माफी मांगने पर यमराज आपको क्षमा कर देते हैं।
बीबीएन ने बहनों ने अपने अपने भाईयों के टीका लगा कर उनकी लंबी आयु की कामना की।कहा जाता है कि यह पर्व भाईयों व बहनों के बीच के प्रेम और समपर्ण का प्रतीक है। इस दिन बहनों ने अपने भाई के माथे पर हल्दी और रौली का तिलक लगाती है। बद्दी की रिया कौशल, भारवी, काशवी ने अपने अपने भाईयों को लंबी आयु के तिलक लगाया और भाईयों ने भी उन्हें उपहार भेंट किए।
इस दिन प्रदेश के परिवहन विभाग की महिलाओं को अपने भाई के घर जाने के लिए बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी हुई है। कुछ लोगों ने मंगलवार को दोपहर 2 बजे के बाद ही मनाना शुरू कर दिया था। वहीं कुछ लोगो ने बुधवार को भी इस पर्व को बड़े चाव के साथ मनाया गया।