विवादित बिल्डिंग इंस्पैक्टर राजिंदर शर्मा से भी लंबी पूछताछ
जालंधर (अनिल वर्मा ) : बीते दिनों सियासी भूचाल और बिल्डिंग विभाग से एटीपी की गिरफ्तारी जालन्धर में सियासी तस्वीर बदलने की ओर ईशारा कर रही है पिछले दो सालों से जालन्धर के नेताओं खिलाफ विपक्षी दलों की ओर से कई बड़े आरोप लगाए गए थे जिसमें अवैध वसूली कर अर्जित कर बनाई करोड़ों रुपयों की बेनामी संप्तियों का आरोप सबसे बड़ा था मगर यह मामला धीरे धीरे शांत हो गया और माहौल पहले की तरह ही सैट हो गया मगर बीते दो दिनों से एक बार फिर सियासी पारा गर्म हो चुका है। सैंट्रल हल्के से विधायक रमन अरोड़ा की सिक्योरिटी वापिस लेना राजनीति के क्षेत्र में बड़ा बदलाव करने की ओर ईशारा कर रहा है।
इसी कड़ी में पंजाब सरकार ने शिकंजा कसते हुए निगम में सबसे सरगर्म एवं सुर्खियों में रहने वाले एटीपी सुखदेव वशिष्ट को ट्रैप लगाकर काबू कर मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। विजीलैंस अब आरोपी सुखदेव वशिष्ट को कोर्ट में पेश कर रिमांड हासिल करने की तैयारी कर रही है। रिमांड दौरान जालन्धर में विवादित नेताओं की करोड़ों रुपयों की बेनामी संप्तियों का ब्यौरा हासिल करने तथा विवादित जमीनों पर कब्जा कर मल्टीस्टोरी इमारतें बनवाने का नैक्सिस ब्रेक करने पर फोकस है। सूत्रों अनुसार विजीलैंस को इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए जांच का दायरा बढ़ाने का आदेश मिल चुका है।
नगर निगम में विजीलैंस की रेड के बाद कई अधिकारियों की सांसे फूल गई हैं। जांच अधिकारी की ओर से जालन्धर नगर निगम में पिछले 11 सालों से तैनात विवादित बिल्डिंग इंस्पैक्टर राजिंदर शर्मा से भी लंबी पूछताछ की गई थी। बता दें कि सैंट्रल हल्के में तैनाती के दौरान एटीपी सुखदेव वशिष्ट ने उस वक्त सुर्खियां हासिल की थी जब उसने वड़िंग के जंजघर के नजदीक काटी जा रही अवैध कालोनी का स्कैडंल उजागर किया था जहां एक आर्किटैक्ट, महिला एटीपी तथा बिल्डिंग इंस्पैक्टर मिल कर जाली एनओसी के बूते नक्शे पास कर रहे थे इस मामले में निगम कमिशनर गौतम जैन के पास महिला एटीपी सहित आर्किटैक्ट के खिलाफ पर्चा दर्ज करने की रिपोर्ट पहुंची मगर कमिशनर ने उक्त फाईल को सियासी दबाव में आगे प्रौसेस नहीं किया लिहाजा आज भी वड़िंग जंजघर के नजदीक धड़ल्ले से अवैध कालोनी में काम चल रहा है।