आम का मौसम आने से पहले यदि आप खरीद रहे हैं आम तो हो जाएं सावधान
आम खाने का मौसम अभी आया भी नहीं कि पहले ही केमिकल वाले आम की बिक्री जोरों पर है.
ध्यान रखें कि प्राकृतिक रूप से पके आम ही सेहत को फायदा पहुंचाते हैं. आम को पकाने के लिए अगर केमिकल का इस्तेमाल होता है तो इस वजह से सेहत को नुक्सान हो सकता है. ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में बहुत से आम बेचने वाले आम को जल्दी पकाने के लिए कार्बन मोनो ऑक्साइड, एसिटलीन गैस जैसी चीजों का इस्तेमाल करते हैं जो कि सेहत के लिए बेहद खतरनाक होता है. यदि आम को पेड़ से कच्चा ही तोड़ लिया जाए तो भी इसे प्राकृतिक तरीके से पकाया जा सकता है.
नीचे दी गई कुछ बातों को ध्यान में रखते हुए अब आप भी केमिकल वाले आम की पहचान आसानी से कर सकते हैं.
-आम कारबाइड से पका होगा तो सूंघकर महसूस करने पर उस में से तेज गंध आएगी.
-आप कारबाइड से पके आम को खाएंगे तो इसका स्वाद कसैला होगा, नहीं तो स्वाद नेचुरल होगा.
-केमिकल से पकाया गया आम कहीं से पीला, तो कहीं से हरा दिखेगा.
-किसी आम को जब नेचुरल तरीके से पकाया जाता है, तो इसका रंग तकरीबन एक समान दिखता है.
-आम को काटकर देखने पर उसके अंदर हरे या सफेद रंग के धब्बे नजर आ सकते हैं.
-प्राकृतिक तरीके से पके हुए आम पूरी तरह से पीले नजर आते हैं.
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