ऊना/सुशील पंडित: कल्याण भवन के सभागार में जागरुकता शिविर में जिला कार्यक्रम अधिकारी ऊना नरिंदर कुमार ने बताया कि माननीय उपायुक्त ऊना जतिन लाल के सफल नेतृत्व में 1 जनवरी 2026 को जिला ऊना के सभी 1364 आंगनवाड़ी केंद्रों में बाल विवाह मुक्त भारत की शपथ दिलाई जाएगी।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश भर में बाल विवाह उन्मूलन और युवा लड़कियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने 27 नवंबर 2024 को बाल विवाह मुक्त भारत का शुभारंभ किया। इस अभियान का उद्देश्य हमारी बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाना ह,ै जिसकी वे हक़दार हैं।
उन्होंने बताया कि बाल विवाह मानवता के प्रति अपराध है। बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 के तहत 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों और 21 वर्ष से कम उम्र के लड़कों के विवाह पर सख्त प्रतिबंध है और उलंघन करने वालों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि सामाजिक चेतना के उदय का मामला माननीय सर्वाेच्च न्यायालय में विचाराधीन था जिसमें माननीय न्यायालय ने सरकार को हिदायत दी जिसमें सारे समाज को और हितधारकों को साथ चलने की बात कही। वर्ष 2030 तक हमने भारतवर्ष को बाल विवाह मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया है। अतः आप एक जागरूक नागरिक बनकर बाल विवाह रोकने के लिए आप गूगल पर जैवचबीपसकउंततपंहम.ूबक.हवअ.पद पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यहां से आपकी शिकायत अपने आप सम्बन्धित बाल विवाह सुरक्षा अधिकारी को कार्रवाई के लिए मिल जाएगी।
कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि 27 नवंबर 2025 को बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का एक साल पूरा हो गया है और अब इसको आगे बढ़ाने के लिए 100 दिन का विशेष अभियान चलाया जा रहा है जो कि 8 मार्च 2026 तक चलेगा। तो आइए इस अभियान में जुड़ जाएं, जुट जाएं इस अद्वितीय, अविस्मरणीय एवम ऐतिहासिक सामाजिक चेतना के उत्थान के कार्य में। यह अभियान बाल विवाह उन्मूलन और हमारे देश की प्रत्येक बेटी को सशक्त बनाने का मिशन है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रत्येक लड़की शिक्षित, सुरक्षित और अपने सपने साकार करने के लिए स्वतंत्र हो। इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी उना शिव सिंह वर्मा, वृत पर्यवेक्षिकायें, पोषण कॉर्डिनेटर गुरमुख सिंह व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं उपस्थित थीं।