ऊना /सुशील पंडित: मिशन वात्सल्य योजना और मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के अंतर्गत आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धमांदरी और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चलोला में जिला बाल सरंक्षण अधिकारी विभाग द्वारा शिविर का आयोजन किया गया।

बाल संरक्षण अधिकारी, कुलदीप सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बच्चो को नशे से समाज में पड़ने वाले दुष्प्रभावों और यौन अपराधों के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने बाल सुरक्षा योजना के अंतर्गत, यौन अपराधों से बच्चों को सुरक्षा अधिनियम 2012 (च्व्ब्ैव्), नशीली दवाओं, बाल तस्करी, बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया, मनोदैहिक पदार्थ अधिनियम 1985 (छक्च्ै ।बज 1985) व साइबर क्राइम, बाल श्रम, बाल विवाह, 0-से 18 वर्ष के अनाथ बच्चों को मिशन वात्सल्य योजना व् 18 से 27 वर्ष की आयु के अनाथ बच्चों को मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना 2023 के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के अंतर्गत अनाथ बच्चों को 4000 महीना और शादी के लिए 200000 लाख रुपये ,अपना व्यवसाय आरम्भ करने के लिए 200000 लाख रुपये, मकान बनाने के लिए 300000 लाख रुपये, शिक्षा पूरी करने के लिए सारा खर्च सरकार उठाती है। इस शिविर में राजकीय वरिष्ट माध्यमिक पाठशाला धमांदरी के प्रधानाचार्य नवीन कुमार और राजकीय वरिष्ट माध्यमिक पाठशाला चलोला के प्रधानाचार्य कमलेश कुमारी व् स्कूल का स्टाफ तथा जिला बाल संरक्षण इकाई ऊना के सदस्य मौजूद रहे । इस कार्यक्रम में कुल 470 प्रतिभागियों ने भाग लिया।