ऊना/सुशील पंडित: भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) ऊना को भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही विश्वेश्वरैया पीएचडी योजना के चरण दो के तहत पोस्ट-डॉक्टोरल फेलोशिप की एक सीट आवंटित की गई है। यह फेलोशिप शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए प्रदान की गई है। इस योजना का उद्देश्य देश में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्रों में अनुसंधान क्षमताओं को सुदृढ़ करना है। इसके तहत प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में उच्च गुणवत्ता वाले डॉक्टोरल और पोस्ट-डॉक्टोरल अनुसंधान को प्रोत्साहित किया जाता है।

ट्रिपल आईटी के निदेशक प्रो. मनीष गौर ने बताया कि इस फेलोशिप के लिए 16,10,716 रूपये की अनुमानित वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी जोकि 12 महीनों की अवधि के लिए होगी। यह उपलब्धि संस्थान की उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह पहल ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन और राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता लक्ष्यों की दिशा में भी एक सकारात्मक योगदान मानी जा रही है।
उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के नियम एवं शर्तों तथा मानक संचालन प्रक्रिया को स्वीकार करने के उपरांत चयन एवं नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। सभी आवश्यक दस्तावेज योजना पोर्टल पर अपलोड किए जाएंगे और संबंधित अधिकारियों को प्रेषित किए जाएंगे।
प्रो. मनीष गौर ने कहा कि हमें विश्वेश्वरैया पीएचडी योजना के अंतर्गत चयनित किए जाने पर गर्व है। यह फेलोशिप हमारे संस्थान की बढ़ती हुई अनुसंधान क्षमताओं और इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी नवाचार में उत्कृष्टता की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। हमें विश्वास है कि यह अवसर देश-विदेश के श्रेष्ठ शोधकर्ताओं को आकर्षित करेगा और भारत के डिजिटल परिवर्तन व आत्मनिर्भरता अभियान में महत्त्वपूर्ण योगदान देगा।