झुंझुनूंः गुढ़ागौड़जी थाना इलाके के बामलास गांव की नीम की ढाणी में गांव के कुछ लोगों द्वारा एक परिवार पर हमला करने का मामला सामने आया है। इस दौरान हमलावरों ने नाबालिग बेटी और मां से गाली-गलौच की और नाबालिग को जबरन उठा लेने जाने की कोशिश की। विरोध करने पर बदमाशों ने मां की आंखों में लाल मिर्च फेंकी। उसके देवर पर कुल्हाड़ी और केबल से हमला कर दिया। इसके बाद बदमाशों ने घर के बाहर खड़ी बाइक और पिकअप को आग के हवाले कर दिया। पीड़िता ने कुछ ही दिन पहले इन्ही लोगों के खिलाफ मारपीट और घर में तोड़फोड़ की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर इन्ही बदमाशों ने दुबारा जानलेवा हमला कर दिया।
जानकारी देती नीम की ढाणी की निवासी सुमन देवी (40) पत्नी बुद्धराम ने बताया कि 3 अक्टूबर को गांव के कुछ लोगों ने उनके घर में घुसकर मारपीट की थी। घर में तोड़फोड़ की और जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसको लेकर 8 अक्टूबर को गुढ़ा गौड़जी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने इसे “आपसी विवाद” बताकर हल्के में लिया। सुमन देवी का कहना है अगर पुलिस ने पहले की रिपोर्ट पर कार्रवाई की होती, तो आज ये नौबत नहीं आती। आरोपियों को पता है कि उन्हें कोई पकड़ने वाला नहीं, इसलिए वे और हिम्मत वर हो गए है।
जानकारी मुताबिक, घटना 9 अक्टूबर की दोपहर करीब 2:30 बजे की है। सुमन देवी अपनी 17 साल की बेटी अनीता के साथ घर पर थी। इसी दौरान 2 गाड़ियों में सवार होकर गांव के राकेश पुत्र शीशराम, उर्मिला देवी पत्नी श्रवण कुमार, सुरेश पुत्र मोतीराम, राजकुमार पुत्र गुरुदयाल, निवासी नीम की ढाणी, और उर्मिला का पति श्रवण निवासी खिरोड़ अपने 4-5 अन्य साथियों के साथ पहुंचे।
सभी आरोपी आते ही गालियां देने लगे। बोले कि आज इसका हिसाब चुकता करेंगे। फिर बेटी अनीता को जबरदस्ती उठाने की कोशिश की। उसने बीच-बचाव किया तो उन्होंने पीड़ित पर लाल मिर्च फेंक दी। उसे आंखों में जलन से कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। चीख-पुकार सुनकर सुमन देवी के देवर लोकूराम पुत्र मोतीराम मौके पर पहुंचे। उन्होंने अनीता को छुड़ाने की कोशिश की तो हमलावरों ने उन पर लकड़ी, कुल्हाड़ी और बिजली की केबल से हमला कर दिया। लोकूराम के सिर, हाथ और पीठ पर गंभीर चोटें आईं।
हमालावरों ने देवर को लहूलुहान कर दिया। बाद में वह आखिर में वे घर के बाहर खड़ी बाइक, खेत में पानी देने की पाइप और पिकअप में आग लगाकर भाग गए। हमलावरों के जाते ही घर के बाहर अफरा-तफरी मच गई। पाइप और बाइक जलकर पूरी तरह राख हो गई, जबकि पिकअप में लगी आग ग्रामीणों ने किसी तरह बुझाई, लेकिन अगला हिस्सा पूरी तरह जल गया। खेतों में लगी पानी की लाइन भी पिघल गई, जिससे फसलों को सिंचाई देना मुश्किल हो गया है।
सुमन देवी ने जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक उन्हें और उनके परिवार को खतरा है। उन्होंने कहा “हमारे घर में जो कुछ बचा था, वो भी जला दिया गया।
दरअसल, गांव में इस विवाद की जड़ प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है। जानकारी अनुसार, सुमन देवी की बेटी अनीता का गांव के एक युवक से प्रेम संबंध था। आरोप है कि लड़की के परिवार को यह रिश्ता मंजूर नहीं था, जबकि दूसरी तरफ युवक के परिजन इसे अपनी “इज्जत का मामला” मान रहे थे। दोनों पक्षों में पिछले कुछ महीनों से तनाव चल रहा था। गांव में कई बार पंचायत बैठ चुकी थी, लेकिन मामला सुलझ नहीं पाया। इसी तनाव के चलते 3 अक्टूबर को दोनों पक्षों में पहली बार झगड़ा हुआ था।