जोधपुरः यौन शोषण मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम को फ्लाइट से इलाज के लिए महाराष्ट्र भेजा गया। दरअसल, राजस्थान हाईकोर्ट से 7 दिनों की इलाज के लिए आसाराम को पैरोल मिली हुई है। सूत्रों के मुताबिक इंडिगो की रूटीन फ्लाइट से आसाराम ने उड़ान भरी। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट ईस्ट के एयरपोर्ट थाना अधिकारी हनुमान सिंह ने बताया कि आसाराम को सेंट्रल जेल से कड़ी सुरक्षा में एयरपोर्ट लाया गया। सेंट्रल जेल से निकलने के बाद एंबुलेंस आसाराम को लेकर रवाना हुई। इस दौरान फ्लाइट में आसाराम को किसी बात को लेकर पुलिस पर भड़कते हुए देखा गया।
आसाराम का इलाज महाराष्ट्र के माधव बाग अस्पताल में होगा। हथियारबंद जवानों की एक टीम को भी आसाराम के साथ भेजा गया है। जोधपुर सेंट्रल जेल में कल आसाराम ने कागजी कार्रवाई पूरी कर ली थी। दरअसल, आसाराम को 50 हजार बॉन्ड और 25-25 हजार के अलग मुचलके भरने पड़े थे। न्यायाधीश पुष्पेद्र भाटी और मुन्नारी लक्ष्मण की खंडपीठ ने जोधपुर एम्स की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर सात दिनों की पैरोल मंजूर की है। हाईकोर्ट ने आदेश में स्पष्ट किया है कि पैरोल का समय खपोली पहुंचने से गिना जाएगा। आने जाने का समय पैरोल में शामिल नहीं होगा।
आसाराम को पहली बार इलाज के लिए 13 अगस्त को अतंरिम पैरोल मिली थी। हाईकोर्ट ने अतंरिम पैरोल के आदेश में आसाराम पर कई प्रकार की रोक लगायी है। सहायक और डॉक्टर के अलावा आसाराम किसी से मिल नहीं सकता है। आसाराम का निजी कमरे में इलाज किया जायेगा। कमरे के आसपास 24 घंटे पुलिस की तैनाती रहेगी। गौरतलब है कि 20 अगस्त को दिल्ली में जीरो नंबर की दर्ज एफआईआर हुई थी।
एफआईआर जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट वेस्ट को ट्रांसफर कर दिया गया था। जोधपुर पुलिस की टीम ने 31 अगस्त 2013 को आसाराम के आश्रम पर धावा बोला। आसाराम छिंदवाड़ा स्थित आश्रम में मिला। पुलिस की टीम आसाराम को गिरफ्तार कर जोधपुर लायी। 1 सितंबर 2013 से आसाराम लगातार जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद है। 25 अप्रैल 2018 को सेंट्रल जेल में आसाराम की सजा का ऐलान किया गया था।