Aryans Academy एक बार फिर विवादों में....
Aryans Academy एक बार फिर विवादों में....
एकेडमी का रिकॉर्ड तलब करने की तैयारी में जिला प्रशासन
वीज़ा लगवाने का कह कर 19 लाख लेने के आरोप
जालंधर (अनिल/वरुण)। बकायदा पंजाब सरकार से वीजा कंस्लटैंट यानि वीजा परामर्श केटेगरी का लाइसैंस लेकर लाखों रुपए की वीजा डील करने वाली ट्रैवल एजैंसी आर्यन्स अकैडमी एक बार फिर विवादों में है। सरकार की लाइसैंस शर्तों के मुताबिक केवल परामर्श देकर वाजिब फीस लेने की बजाय वीजा लगवाकर देने के बदले 19 लाख रुपए वसूलने का गंभीर आरोप इस बार अकैडमी संचालक अनिल शर्मा पर लगा है।
जानकारी अनुसार माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने एकेडमी से एक पीडि़त दयाजोत सिंह की याचिका पर संज्ञान लेकर पुलिस कमिश्नर जालंधर से गत दिवस जबाव-तलब भी किया था। बताया जा रहा है कि पीडि़त की शिकायत को दबाए जाने पर उसने माननीय हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी जिसके बाद एसीपी बलकार सिंह ने शपथ पत्र देकर खुद केस की सुपरविजन करने का जिम्मा लिया है।
वहीं, दूसरी तरफ रजिस्टर्ड आफिस की बजाय कहीं और आफिस खोलकर ट्रेवल एजैंटी का धंधा करने की शिकायत का जिला प्रशासन ने भी संज्ञान लेते हुए आर्यन्स अकैडमी के संचालक अनिल कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पता चला है कि अनिल कुमार अभी पेश नहीं हुआ है लेकिन उसने अपने वकील को भेजकर केस की पैरवी का रूख स्पष्ट किया है।
उधर, यह भी पता चला है कि जिला प्रशासन आर्यन्स अकैडमी के रिकार्ड को भी तलब करने की तैयारी कर रहा है क्योंकि संचालक ने अभी तक क्लाइंट रिटर्न फाइल नहीं की है तथा न ही रैंट डीड की नई कापी ही पेश की है।
उधर, इस बाबत जब अनिल शर्मा का पक्ष लेने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया लेकिन फिर भी उनका पक्ष मिलने पर प्रकाशित किया जाएगा।
गौरतलब है कि उक्त आर्यन अकादमी के मालिक अनिल शर्मा उस समय भी विवादों में आया था जब उसने यूक्रेन में इमीग्रेशन क्लियर करने तक की बातें कह कर भोले भाले बच्चों को कथित तौर पर बहकावे में लेकर ठगा था, जबकि सच्चाई कुछ और ही थी और नतीजतन बच्चे यूक्रेन जाकर फंस गए थे। उस समय भी आर्यन अकादमी चर्चा में रही थी जब प्रदर्शनकारियों ने अकादमी दफ्तर के बाहर तथा संबंधित थाने में प्रदर्शन किया था।