कपूरथलाः बारिश के कारण पंजाब में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। कई लोगों के घर और फसलें तबाह हो गई हैं। अब लोगों की मदद के लिए राजनीतिक हस्तियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। वह बाढ़ प्रभावित लोगों के पास जाकर जायजा ले रहे हैं और जितना हो सके उनकी मदद भी की जा रही है। इसी कड़ी के तहत कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी में बाढ़ प्रभावित इलाकों में आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पहुंचे। इस मौके पर उनके साथ सांसद संत सीचेवाल और अमन अरोड़ा भी मौजूद थे।
उन्होंने सुल्तानपुर लोधी के बाढ़ प्रभावित इलाके का नाव से दौरा किया। उन्होंने कहा कि वे इस मुश्किल घड़ी में सभी पंजाबियों के साथ हैं और उन्हें किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। पंजाबी निस्वार्थ भाव से एक दूसरे की मदद कर रहे है, लेकिन केंद्र सकरार को भी इसमें मदद करनी चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अफगानिस्तान में आए हुए भूकम्प के लिए भारत सरकार मदद भेज रही है, लेकिन पंजाब में इतना बड़ा दुख है, इसलिए केंद्र सरकार पंजाब की भी मदद करे। वहीं, उन्होंने कहा कि हम संभव मुआवजा लोगों को देंगे।
चारों तरफ बहुत बड़ी बाढ़ आई हुई है। कई पूरे के पूरे गांव बह गए हैं। कहते हैं 1988 में, यानी 37 साल पहले ऐसी बाढ़ आई थी। इसके बाद अब आई है। इतनी दुख की घड़ी में पंजाब सरकार, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, हमारे सारे मंत्री, सांसद-विधायक, हमारे सारे वर्कर, सारे अफसर, एसएसपी और डीसी इस काम में शिद्दत से लगे हुए हैं। लोग बचाने और राहत देने में जुटे हुए हैं।
केजरीवाल ने कहा कि कई लोग ऐसे हैं जो अभी अपना घर छोड़ना नहीं चाहते। उनके पशु भी हैं। उन्हें यह भी डर है कि अगर घर छोड़ दिया तो पीछे से चोरी न हो जाए। कई लोगों को निकालकर राहत शिविरों में भेजा गया है। राहत शिविरों में सरकार की तरफ से बहुत अच्छा इंतजाम किया गया है। लोगों को किसी भी तरह की कमी नहीं होने दी जा रही है। हालांकि यह बहुत दुख का समय है, लेकिन अपनी तरफ से जो कर सकते हैं, वह किया जा रहा है। जो लोग गांवों के अंदर हैं, उन्हें वहीं पर मदद पहुंचाने की कोशिश हो रही है।
उन्होंने कहा कि संत सीचेवाल भी लोगों की मदद के लिए बड़ा योगदान दे रहे हैं। इस एरिया में अगर कोई सिलेंडर की भी मांग करता है तो सीचेवाल जी सिलेंडर तक मुहैया करवा रहे हैं। इसमें सबसे बड़ा योगदान पंजाबियों का ही है। मैं समझता हूं, पंजाब सिर्फ एक सूबा नहीं है। जब-जब भारत पर किसी ने आक्रमण किया, पंजाब सीना तानकर खड़ा हो गया। उसने देश की रक्षा की। हरित क्रांति के दौरान जब देश को अन्न की जरूरत पड़ी, तब पंजाब ने पूरे देश का पेट भरा और अन्य लोगों को भी अब पंजाब की मदद करनी चाहिए।