बड़ी लापरवाहीः रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे मिले बंद
जालंधर, ENS: अग्निवीर की ट्रेनिंग देने वाला व्यक्ति पिछले 6 दिनों से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता है। मिली जानकारी के अनुसार नागपुर जा रहे गोराया के गांव विरका वाला आर्मी जवान शैलेश को ढूंढने के लिए परिवार पिछले 6 दिनों से परेशान चल रहा है। वहीं परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाते हुए कहा कि ना तो जीआरपी पुलिस और ना ही पंजाब पुलिस उनकी कोई सुनवाई कर रही है। दरअसल, शैलेश जो नागपुर में आर्मी में नायक की पोस्ट पर तैनात हैं, मार्च महीने की छुट्टी पर घर आए थे।
वे 14 अप्रैल को फगवाड़ा स्टेशन से अपनी ड्यूटी के लिए रवाना होने ट्रेन पकड़ने गए थे। उनकी पत्नी सीमा और भाई ने बताया कि सुबह 8:30 बजे शैलेश घर से फगवाड़ा के लिए गए थे, जहां से उन्होंने ट्रेन पकड़ी। डेढ़ घंटे बाद जब उनकी पत्नी ने शैलेश को फोन किया तो उनका फोन बंद आ रहा था। उन्होंने बताया कि शैलेश दिल्ली तक पश्चिम एक्सप्रेस की जर्नल डिब्बे में जाना था, जिसके बाद दिल्ली से नागपुर के लिए उनकी ट्रेन थी, जिसमें उनकी रिजर्वेशन थी। लेकिन नागपुर से आर्मी के एक कर्नल के फोन आने पर पता चला कि शैलेश अपनी ड्यूटी पर पहुंचा ही नहीं है। इसके बाद परिवार ने उनकी तलाश शुरू की और फगवाड़ा रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद मांगी।
वहां एक हैरान करने वाला मामला सामने आया कि सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े थे। उन्होंने कहा कि पंजाब में ग्रेनेड धमाके हो रहे हैं, सुरक्षा को लेकर रेलवे प्रशासन इस तरह की लापरवाही कैसे कर सकता है। उन्होंने जीआरपी पुलिस को भी शिकायत दी, जो उन्हें पंजाब पुलिस के पास भेज रही है, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। आज 6 दिन बीत गए, शैलेश का कोई पता नहीं चल रहा कि वह कहां है, ना शैलेश का फोन लग रहा है और न ही उससे कोई संपर्क हो पा रहा है, जिसके चलते परिवार काफी परेशान है।
उन्होंने कहा कि नागपुर से कर्नल ने बताया कि जिस ट्रेन में शैलेश की बुकिंग दिल्ली से हुई थी, वह सीट खाली ही आई है, जो उन्होंने रेलवे से चेक करवाया था। परिवार ने मांग करते हुए कहा कि अगर आर्मी के जवान की मिसिंग को लेकर जीआरपी और पंजाब पुलिस गंभीर नहीं हैं, तो आम लोगों के प्रति वे कितने गंभीर होंगे। उन्होंने सरकार और प्रशासन से शैलेश की तलाश की मांग की है।