ऊना/सुशील पंडित: तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा जिला ऊना में 21 सितम्बर को राष्ट्रीय स्तर पर एक शिक्षुता-प्रशिक्षण मेले का आयोजन राजीव गांधी सामान्य सुविधा केंद्र बाथू में प्रातः 11 बजे किया जा रहा है। मेले का मुख्य लक्ष्य अप्रेंटिसशिप टेªनिंग स्कीम का व्यापक प्रचार-प्रसार करना है। यह जानकारी देते हुए आईटीआई के प्रधानाचार्य बीएस ढिल्लों ने बताया कि तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से अनेकों कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। यह एक केन्द्रीय योजना है जिसके अंतर्गत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से अपने-ंअपने व्यवसायों का मूलभूत प्रशिक्षण प्राप्त चुके प्रशिक्षु अपने व्यवसाय का उच्च व्यवहारिक ज्ञान एवॅं प्रशिक्षण सम्बन्धित उद्योगों में ग्रहण करते हैं तथा प्रशिक्षण के साथ-साथ इन औद्योगिक इकाईयों के उत्पादन में भी अहम भूमिका निभाते है। उन्होंने बताया कि इस सम्पूर्ण प्रक्रिया में भारत सरकार द्वारा वर्ष 1961 में अप्रेंटिसशिप एक्ट बनाकर तथा एक्ट में संशोधन करके इसकी अनुपालना को अनिवार्य किया गया है। वर्तमान में कोई भी औद्योगिक इकाई जिसमंे 04 से अधिक व्यक्ति नियमित व अनुबन्ध आधार पर कार्यरत हैं। वह इस योजना को लागू करने के लिये पात्र हैं तथा 30 से अधिकं व्यक्ति नियमित अथवा अनुबन्ध आधार पर कार्यरत होने पर उस औद्योगिक इकाई में शिक्षुता प्रशिक्षण योजना को लागू किया जाना अनिवार्य किया गया है।
शिक्षुता प्रशिक्षण योजना के कार्यन्वयन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के वर्ष 2016 से राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना भी आरंभ की है जिसमें उद्यमियों को लाभान्वित करने के लिए उनके द्वारा प्रशिक्षुओं द्वारा किए गए कार्य के सापेक्ष दी जाने वाली वृतिका का 25 प्रतिशत हिस्सा भारत सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
उन्होंने बताया कि जिला की सभी ऐसी औद्योगिक इकाईयां जो इस योजना को लागू करने के लिए पात्र हों अथवा जिनके लिए इसे लागू करना अनिवार्य है। ऐसी सभी स्थापनाएं मेले में भाग ले सकती हैं।
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