चंडीगढ़ः हरियाणा की ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मलहोत्रा को पाकिस्तानी एजेंटों के साथ संवेदनशील गुप्त जानकारी साझा करने और उनके लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद प्रशासन ने एक और एक्शन लिया है। हिसार पुलिस ने ज्योति को कोर्ट में पेश या, जहां से उसे पांच दिन की रिमांड पर भेजा गया है। दरअसल, प्रशासन की ओर से ज्योति की गिरफ्तारी के 2 दिन बाद उसका सोशल मीडिया अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है। ज्योति के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 1.33 लाख सब्सक्राइबर थे, जिस पर प्रशासन की ओर से कार्रवाई करते हुए आज बंद कर दिया गया।
दरअसल, ज्योति की गिरफ्तारी के बाद उसके इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स की संख्या 7,000 से अधिक बढ़ गई और उनकी गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर, एक लाख से अधिक लोगों ने उन्हें गूगल पर खोजा। मल्होत्रा का यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जीओ’ है। जिसके 3.77 लाख सब्सक्राइबर हैं। वह कई प्रायोजित यात्राओं पर पाकिस्तान जा चुकी है। कहा जा रहा है कि वह पहलगाम आतंकी हमले से ठीक पहले पाकिस्तान गई थी। पुलिस ने खुलासा किया कि ज्योति को ‘एक एजेंट के तौर पर विकसित’ किया गया था। 2023 में उसने कमीशन एजेंटों के जरिए वीजा लेकर पाकिस्तान की यात्रा की थी।
वहां उसकी मुलाकात पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई, जिसे हाल ही में जासूसी के इल्जाम में भारत से निकाला गया है। आरोप है कि ज्योति ने व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए पाकिस्तानी एजेंटों से संपर्क रखा और भारत की जानकारी साझा की। पुलिस ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच 4 दिनों तक चले टकराव के दौरान ज्योति सीमा पार अपने मालिकों के संपर्क में थी, लेकिन उसके पास रक्षा से संबंधित कोई गुप्त जानकारी नहीं थी।
पाकिस्तानी एजेंटों ने उसे देश की एक सकारात्मक तस्वीर पेश करने के लिए भी कहा था। हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया कि अब जंग सिर्फ बॉर्डर पर नहीं होती। पाकिस्तानी एजेंट सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को अपने जाल में फंसाकर भारत के खिलाफ प्रचार फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ज्योति को केंद्रीय एजेंसियों के इनपुट के आधार पर न्यू अग्रसेन कॉलोनी, हिसार से पकड़ा गया। वो कई बार पाकिस्तान और एक बार चीन जा चुकी है। जांच में पता चला कि वो पाकिस्तानी ऑपरेटिव्स के संपर्क में थी।