बच्चों के पालन-पोषण के लिए लगाई मदद की गुहार
फिरोजपुरः जिले के कस्बा ममदोट के चपटी गांव का एक गरीब परिवार बच्चों के पालन-पोषण के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है, क्योंकि घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा है। घर के पुरुषों की किसी न किसी वजह से मौत हो चुकी है और घर में सिर्फ 2 महिलाएं ही बची हैं। घर के हालात इतने खराब हो गए हैं कि कभी घर में खाना बनाते हैं तो कभी भूखे पेट सोना पड़ता है।
बातचीत के दौरान पीड़ित महिला अमरजीत कौर ने बताया कि उनके घर के हालात बहुत खराब हैं, घर में कोई कमाने वाला नहीं है। उनकी खुद की मां बीमार रहती हैं और उनकी एक बेटी है, उनके पति की भी मौत हो चुकी है, जो अब घर की चौखट पर बैठी मां पर बोझ बनकर रह गए हैं। घर में कमाने वाला कोई नहीं होने से घर का चूल्हा भी ठंडा रहता है।
पीड़ित महिला के मुताबिक उसके 2 छोटे बच्चे हैं, जिनमें से एक करीब 3 महीने का है। मां का दूध पीने वाले छोटे बच्चे को भी कई बार भूखा रहना पड़ता है और मजदूरी करने जाना पड़ता है। कभी दिहाड़ी मिल जाती है तो कभी बिना दिहाड़ी के वापस आना पड़ता है। सरकारी सुविधाएं उसके काम नहीं आ रही हैं और न ही कोई सरकारी मदद उसे मिल रही है। उसने मांग की है कि उसे कुछ मदद दी जाए ताकि उसका परिवार गुजर-बसर कर सके।