मुंबईः दक्षिण फिल्म उद्योग के प्रशंसकों को उस समय झटका लगा जब ईडी ने 29 फिल्मी हस्तियों, यूट्यूबर्स और प्रभावशाली लोगों पर अवैध सट्टेबाजी ऐप्स का कथित रूप से प्रचार करने का मामला दर्ज किया। इस सूची में सबसे बड़े नाम विजय देवरकोंडा, राणा दग्गुबाती, लक्ष्मी मांचू है। वहीं अन्य पर भी कार्रवाई हुई है।
इस सूची में अन्य नाम प्रकाश राज, निधि अग्रवाल, अनन्या नागल्ला, प्रणिता सुभाष, एंकर श्रीमुखी और श्यामला, यूट्यूबर हर्ष साईं, बय्या सनी यादव और “लोकल बॉय” नानी जैसे नाम शामिल हैं। व्यवसायी फणींद्र शर्मा द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद जांच शुरू हुई, जिसमें दावा किया गया था कि ये प्रभावशाली हस्तियां ऐसे सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार कर रही हैं, जो युवाओं और मासूम लोगों को अपनी मेहनत की कमाई इस घोटाले में लगाने के लिए उकसा रही हैं और बाद में उन्हें आर्थिक तंगी में छोड़ रही हैं। इसके बाद, इस साल 19 मार्च को साइबराबाद पुलिस ने इन हस्तियों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की।
ईडी ने अब धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच अपने हाथ में ले ली है और एफआईआर में नामजद सेलेब्स को अवैध सट्टेबाजी ऐप्स के प्रचार के लिए मिले पारिश्रमिक की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि इन ऐप्स में हजारों करोड़ रुपये के लेन-देन शामिल हैं, जो उन्होंने युवाओं को आसान और भारी रिटर्न का वादा करके सट्टेबाजी के जाल में फंसाकर जमा किए हैं।
विजय, राणा की टीमों ने बयान जारी किए
विजय देवरकोंडा की टीम ने स्पष्ट किया कि उन्होंने केवल एक कौशल-आधारित गेमिंग प्लेटफॉर्म, A23 का प्रचार किया था और यह अभियान 2023 में समाप्त हो गया था। राणा दग्गुबाती ने दावा किया कि उन्होंने ऐप्स से जुड़ते समय कानूनी मानदंडों का पालन किया। प्रकाश राज ने स्वीकार किया कि उन्होंने 2016 में एक सट्टेबाजी ऐप का प्रचार किया था, लेकिन बाद में यह महसूस करने के बाद कि यह सही नहीं था, उन्होंने इससे दूरी बना ली। अवैध सट्टेबाजी ऐप्स मामले में अगली कार्रवाई की जानकारी ईडी ने अभी तक साझा नहीं की है।