चंबा: आजकल हार्ट अटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं। खासतौर पर देखने पर आया है कि लोग बिल्कुल सही सलामत नजर आ रहे होते हैं और अगले ही पल दिल का दौरा पड़ने से उनकी अचानक मौत हो जाती है। ऐसा ही एक मामला चंबा जिले से भी सामने आया है।जहां जिले के ऐतिहासिक चौगान मैदान में रामलीला मंचन के दौरान ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने हर किसी की आंखें नम कर दीं। 73 वर्षीय वरिष्ठ कलाकार अमरेश महाजन उर्फ़ शिबू, जो पिछले चार दशकों से रामलीला में अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोहते रहे, अचानक मंच पर गिर पड़े और हमेशा के लिए जीवन का मंच छोड़ गए। करीब रात 8:30 बजे का समय था।
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ਚੰਬਾ ‘ਚ ਰਾਮਲੀਲਾ ਦੌਰਾਨ ਕਲਾਕਾਰ ਦੀ ਸਟੇਜ ‘ਤੇ ਦਿਲ ਦਾ ਦੌਰਾ ਪੈਣ ਨਾਲ ਮੌਤ
मंच पर दशरथ दरबार का दृश्य चल रहा था। रावण के किरदार निभाने वाले अमरेश महाजन इस बार राजा दशरथ की भूमिका निभा रहे थे। दर्शकों की निगाहें उनके अभिनय पर टिकी हुई थीं। तभी अचानक वे बेसुध होकर मंच पर गिर पड़े। साथी कलाकार तुरंत हरकत में आए और उन्हें उठाकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। अमरेश महाजन की मृत्यु का कारण हृदय गति रुकना बताया गया। मंच पर उनकी अंतिम सांसों ने पूरे चौगान मैदान को स्तब्ध कर दिया।
दर्शक जो कुछ क्षण पहले तक उनकी दमदार आवाज़ और अभिनय देख रहे थे, अगले ही पल उन्हें इस हालत में देखकर हैरान रह गए। अमरेश महाजन का जीवन चंबा की रामलीला से गहराई से जुड़ा रहा। वे दशकों से दशरथ और रावण जैसे महत्वपूर्ण किरदार निभाते रहे। हर साल चौगान में रामलीला उनके बिना अधूरी मानी जाती थी। इस बार उन्होंने पहले ही कह दिया था कि यह उनकी अंतिम रामलीला होगी। किसे पता था कि उनकी बात सच्ची साबित होगी और उनका अंतिम अभिनय ही उनकी विदाई बन जाएगा।
बता दें कि चंबा में रामलीला का आयोजन वर्ष 1949 से होता आ रहा है। इसे लाला संसार चंद महाजन ने पुत्र प्राप्ति की लालसा में शुरू किया था। तब से यह परंपरा लगातार जारी है। और इसी परंपरा को चार दशकों से अमरेश महाजन जैसे समर्पित कलाकारों ने संजोकर रखा। रामलीला क्लब के अध्यक्ष स्वपन महाजन ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अमरेश जी का जाना क्लब और पूरे शहर के लिए अपूरणीय क्षति है। व्यापार मंडल चंबा के अध्यक्ष वीरेंद्र महाजन और मेडिकल कॉलेज चंबा के प्राचार्य डॉ. पंकज गुप्ता ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।