जालंधर, ENS: राज्य में बाढ़ प्रभावित इलाकों का पंजाबी अभिनेता हार्बी संघा ने दौरा किया। इस दौरान वह पुलिस कमिश्नर दफ्तर पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एनजीओ, खालसा एड, पंजाबी कलाकारों ने मिलकर हालातों का जायजा लेते हुए लोगों की मदद की। वहीं हार्बी संघा भी लोगों की मदद करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि कुदरत के साथ जब हम खेल खेलते है, लेकिन जब कुदरत हमारे साथ खेल खेलती तब पता लगता है। वहीं पहाड़ों में आई बाढ़ को लेकर पानी पंजाब में छोड़े जाने को लेकर कहाकि अगर धीरे-धीरे पानी छोड़ा जाता तो शायद हालात कुछ ओर होते। संघा ने कहा कि कुदरत के आगे किसी का जोर नहीं है।
वह जब बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे तो देखा लोगों के घर और पशु बाढ़ में बह गए। कई लोगों को पशु खोलने का भी समय नहीं मिला और उनके पशु पानी के तेज बहाव में बह गए। संघा ने कहा कि पानी का स्तर कम होने के बाद असल लोगों की मदद करने का अब समय है। क्योंकि लोगों के घरों में मलबा आ गया, ट्रैक्टर रेत में फंस गए। उन्होंने 1988 का जिक्र करते हुए कहा कि वह उस समय छोटे थे और उस दौर को याद करते हुए कहाकि इस साल आई बाढ़ 1988 से भी ज्यादा थी। बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर संघा खुद लोगों के घरों को देखकर हैरान हो गए। उन्होंने कहाकि जब पंजाबी कलाकार प्रोग्राम करते है तो यही पंजाबी प्रोग्राम के पैसे देते हैं, लेकिन आज उनका साथ देने का समय है।
ऐसे में हम सभी को मिलकर इन लोगों की मदद करनी चाहिए। वहीं संघा ने अन्य लोगों से भी बाढ़ प्रभावित इलाको में लोगों की मदद करने की अपील की है। उन्होंने कहाकि पानी का स्तर कम होने के बाद अब बीमारियां बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। संघा ने मनकीरत औलख, गुरप्रीत घुग्गी, जसबीर जस्सी, गुरदासमान, दिलजीत दोसांझ, गिप्पी ग्रेवाल सहित अन्य कलाकारों द्वारा लोगों की मदद करने की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि काफी समय से पंजाब ऐसे हालातों से जूझ रहा है, लेकिन पंजाबी फिर भी पंजाबियों की मदद करने के लिए आगे आते रहते है। वहीं पराली जलाने के मामले में उन्होंने कहा कि सरकार और किसानों को मिलकर इस पर विचार-विमर्श करना चाहिए। धुएं से लोगों को अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की किसानों को पालना करनी चाहिए। संघा ने लोगों के हितो की राखी करने की अपील की है।