गाजीपुरः काशीदास पूजन के दौरान एक दर्दनाक हादसा होने से सिपाही, उसके भाई समेत 4 लोगों की मौत होने का मामला सामने आया है। हादसा उस वक्त हुआ, जब पूजन के लिए मंडप बनाया जा रहा था। इस दौरान एक गीला बांस ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया और सभी को करंट लग गया जिससे पलक झपकते ही बांस पकड़े हुए 7 लोग करंट की चपेट में आ गए। अचानक हुए हादसे से वहां भगदड़ मच गई। कुछ युवकों ने डंडे से करंट की चपेट में आए सातों लोगों को छुटाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आसपास के लोग करंट की चपेट में आए झुलसे लोगों को नजदीकी अस्पताल ले गए। वहां 4 को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

जानकारी मुताबिक, गाजीपुर के नरवर गांव मेें पंथी सुरेंद्र यादव के घर पर काशीदास बाबा का पूजन कार्यक्रम था। इसकी तैयारियां घर के बाहर चल रही थीं। केले और बांस से पूजा का मंडप बनाया गया था। इसी के साथ एक बड़े बांस पर धार्मिक झंडा लगाया गया था। झंडा सुबह ही खड़ा कर दिया गया था। सुबह साढ़े 7 बजे पंडित सुरेंद्र यादव ने कहा कि झंडे में आम की पल्लव लगानी है। इसके लिए बांस को नीचे करना पड़ेगा। लोगों ने बांस को नीचे किया और उसमें आम की पल्लव लगाई गई।
इसके बाद जब दोबारा बांस को खड़ा किया जा रहा था, तभी हरा बांस ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। बांस को लगभग 10 लोगों ने पकड़ा हुआ था। जैसे ही झटका लगा, गनीमत रही कि बांस बीच से जलकर टूट गया। दो-तीन लोग तुरंत अलग हो गए, लेकिन 7 लोग करंट की चपेट में आ गए। उस समय वहां लगभग 400 लोग मौजूद थे। अचानक हुए हादसे से वहां अफरा-तफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। लोगों ने डंडे की मदद से करंट की चपेट में आए लोगों को बचाने की कोशिश की। किसी तरह सूखे डंडे से बांस को हाईटेंशन लाइन से हटाया गया। इसके बाद लाइनमैन को फोन कर बिजली सप्लाई बंद करवाई गई।
SDM कासिमाबाद संजय यादव ने बताया कि हादसे के बाद लोग घायलों को मऊ के फातिमा अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने छोटेलाल यादव (35), रविंद्र यादव उर्फ कल्लू (29), गोरख यादव (23) और अमन यादव (19) को मृत घोषित कर दिया। रविंद्र और गोरख यादव सगे भाई थे। वहीं अभिरिक (16), संतोष (32) और जितेंद्र यादव (30) झुलस गए। सभी नरवर गांव के रहने वाले हैं। घायलों को मऊ के फातिमा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।