अमृतसरः केंद्र सरकार चंडीगढ़ की प्रशासनिक स्थिति बदलने की तैयारी कर रही है, जिसमें सबसे संभावित बदलाव यह है कि इसे सीधे अनुच्छेद 240 के तहत राष्ट्रपति के नियंत्रण में लाया जा सकता है, जिससे इसका प्रशासन सीधे भारत के राष्ट्रपति के अधीन आ जाएगा।
इसको लेकर कई लोग विरोध भी जता रहे हैं। वहीं इस मामले पर आम आदमी पार्टी के विधायक डॉ. इंदरबीर सिंह निज्जर ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि किसी भी पंजाबी से पूछिए तो वह कहेगा कि चंडीगढ़ पर पंजाब का हक है और हमेशा से ही चंडीगढ़ पंजाब का ही रहा है। पहले हमारे पानी को हमसे छीन लिया और अब चंडीगढ़ को भी पूरी तरह पंजाब से छीनना चाहते हैं जो कि पूरी तरह से गलत है।
उन्होंने कहा कि यह तो लाजमी है कि पानी पर उनका ही हक होता है जो इलाके बाढ़ को झेलते है और उसके नुक्सान का सामना करते हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने सब बदल दिया है। बाढ़ को झेलने के लिए पंजाब को आगे किया है परन्तु जब पानी को इस्तेमाल करने की बारी आती है तो उसे राजस्थान को दे दिया जाता है जोकि नहीं होना चाहिए।
वहीं पंजाबी भाषा को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ को अलग करने में कही न कही हमारी भी थोड़ी सी गलती है, क्योंकि हम अपनी पंजाबी को भूलते जा रहे हैं। हर पंजाबी को ज्यादा से ज्यादा पंजाबी बोलनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस प्रोग्राम में भी उन्होंने पंजाबी ही बोली है। उन्होंने कहा कि ये नहीं कि उन्होंने हिंदी या इंग्लिश नहीं बोली। सभी भाषा सीखनी चाहिए, लेकिन पंजाबी को नहीं भूलना चाहिए। साथ ही उन्होंने मालवा इलाके की तारीफ करते हुए कहा कि वहां के लोग अभी भी बहुत अच्छे से पंजाबी बोलते है और माझे व दोआबे में पंजाबी कम होती जा रही है जिसको बढ़ावा देने की जरूरत है।