अमृतसरः जिला परिषद और पंचायत समीति के चुनावों को लेकर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला लगातार जारी है। अभी हाल ही में कांग्रेस नेता नवजोत कौर सिद्धू के 500 करोड़ वाले बयान के बाद शिअद प्रमुख सुखबीर बादल भी चर्चा में आ गए हैं। आम आदमी पार्टी के विधानसभा क्षेत्र मजीठा इंचार्ज तलबीर गिल ने अमृतसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल मजीठा विधानसभा क्षेत्र में आने पर “घटिया भाषा” का इस्तेमाल करते हैं जो लोगों को पसंद नहीं आ रहा है। विधानसभा क्षेत्र में अकाली दल द्वारा कहा जा रहा है कि कुछ उम्मीदवारों के साथ “धक्का हो रहा है”, ये बात पूरी तरह से झूठी है, क्योंकि किसी भी कैंडिडेट का पर्चा खारिज नहीं किया गया है।
तलबीर गिल ने आरोप लगाया कि अकाली दल को मजीठा में कोई कैंडिडेट नहीं मिला, जिसकी वजह से वे SGPC कर्मचारियों पर दबाव डालकर उन्हें जबरदस्ती ब्लॉक समिति के टिकट दे रहे हैं। वह कर्मचारियों को धमकी दे रहे हैं कि अगर उन्होंने चुनाव नहीं लड़े तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि धाड़े और भोमा जोन में भी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की धमकी देकर जबरन पर्चा भरवाया गया।
गिल ने कहा कि सुखबीर बादल मजीठा में सिर्फ अकाली दल के “डूबते जहाज” को बचाने के लिए चुनाव क्षेत्र में आए थे, लेकिन अब लोग उनकी पॉलिटिक्स समझ चुके हैं। 2004 की घटनाओं को याद करते हुए उन्होंने कहा कि बादल परिवार की लंबे समय से चली आ रही “लूट और भ्रष्टाचार” की वजह से लोग उनसे नाराज हैं। बादल परिवार आज भी लोगों से स्कूटर की बात करता है, जबकि उन्होंने खुद लाखों-करोड़ों के घर बनाए हैं।
इसी के साथ बरगाड़ी कांड को याद करते हुए बताया कि कैसे अकाली दल की सरकार के वक्त बेअदबी हुई थी और किसी पर भी कार्रवाई नहीं हुई और न ही कोई मुलाजिम को गिरफ्तार किया गया परन्तु सीएम भगवंत मान ने इसका एक्शन लिया और 328 सरुपो की बेअदबी को लेकर पर्चा दर्ज किया गया। उन्होंने दावा किया कि मजीठा चुनाव क्षेत्र में अकाली दल की बड़ी हार पक्की है और लोग आम आदमी पार्टी के साथ खड़े हैं और उन्हें बुरी तरह से चुनावों में हार मिलेगी।