ऊना/सुशील पंडित: विश्व मृदा दिवस के अवसर पर कृषि विभाग ऊना द्वारा आज पी.एम. केंद्रीय विद्यालय सलोह में विद्यालय मृदा स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत नामांकित छात्रों के लिए विशेष जागरूकता समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों में मृदा स्वास्थ्य, उसके महत्व और संरक्षण के प्रति समझ विकसित करना था।
कार्यक्रम में कृषि विभाग ऊना के उप-निदेशक कुलभूषण धीमान और मृदा परीक्षण अधिकारी पूजा (मृदा परीक्षण प्रयोगशाला, ऊना) विशेष रूप से उपस्थित रहे। उप-निदेशक कुलभूषण धीमान ने अपने संबोधन में कहा कि मृदा केवल मिट्टी नहीं, बल्कि जीवन का मूल आधार है। उन्होंने छात्रों को मृदा अपरदन, रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग और उसके पर्यावरणीय प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्वस्थ मिट्टी ही पौष्टिक भोजन, स्वच्छ पर्यावरण और सुरक्षित भविष्य की कुंजी है।
मृदा परीक्षण अधिकारी पूजा ने छात्रों को मृदा परीक्षण की व्यावहारिक प्रक्रिया समझाई। उन्होंने बताया कि किसान एवं छात्र कम लागत वाली तकनीकों का उपयोग कर मिट्टी के पोषक तत्वों की कमी और उनके स्तर की जांच आसानी से कर सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान पंजीकृत छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, सोइल हेल्थ कार्ड मोबाइल एप के माध्यम से मिट्टी के नमूने लिए तथा मृदा संरक्षण को बढ़ावा देने संबंधी कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे। छात्रों ने मिट्टी बचाने की शपथ भी ली।
कार्यक्रम की सफलता की सराहना करते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्या नीलम गुलरिया ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन छात्रों को भविष्य का “मृदा प्रहरी” बनने हेतु प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि “हर एक कण और हर एक बूंद मायने रखती है, और यही जागरूकता आने वाली पीढ़ियों को पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्षम बनाएगी।