लखनऊ: मडियांव इलाके में गोदरेज कंपनी के गोदाम में भीषण आग लग गई है। आग की लपटें काफी तेज हैं। 10 किलोमीटर दूर तक धुएं का गुबार दिखाई दे रहा है। आग बुझाने के लिए मौके पर 4 फायर स्टेशन की 11 गाड़ियां पहुंची हैं। राहत बचाव कार्य जारी है। आग लगने से वाशिंग मशीन, फ्रिज सहित कई इलेक्ट्रॉनिक सामान जल रहे हैं। गैस सिलेंडर भी ब्लास्ट हो रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों का कंप्रेसर फटने से तेज धमाके सुनाई देने पर इलाके के लोगों में भय का माहौल है। आग बुझाने में दमकल की गाड़ियों के साथ हाइड्रोलिक मशीन भी लगाई गई है।
CFO का कहना है कि आग को नियंत्रित करने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। लेकिन गोदाम में मौजूद वाशिंग मशीन, फ्रिज और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामानों के कारण आग तेजी से फैल रही है। घटनास्थल पर धुएं का गुबार इलाके में फैल गया है, जिससे राहत कार्य में भी परेशानी हो रही है। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार शॉर्ट सर्किट की संभावना जताई जा रही है। गोदरेज के गोदाम में एक दिन पहले भी आग लगी थी।
लखनऊ में गोदरेज और पैनासोनिक के गोदाम में एक दिन पहले भी आग लगी थी। देखते ही देखते आग विकराल हो गई थी। धुआं 3 किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के एरिया को खाली करा दिया था। बुलडोजर से दीवार तोड़कर रास्ता बनाया गया था। घटना सुबह 5 बजे सैरपुर थाना के बगल में हुई थी। फिलहाल, आग बुझाने में दमकल की 16 गाड़ियां और हाइड्रोलिक मशीन लगाई गई फिर भी 7 घंटे तक गोदाम धधकता रहा।
आग लगने पर 7 फायर स्टेशन की 16 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंची थी। 7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया था। बिजली न आने के चलते फायर स्टेशन का वाटर फीडिंग पंप बंद था, जिससे दूर-दराज से टैंकर में पानी भरकर आग बुझाई गई थी। मामले में सीएफओ मंगेश कुमार ने बताया था कि सुरक्षा को लेकर गोदाम के मालिक को एक नोटिस जारी किया गया था। लेकिन उन्होंने अनदेखी कर दी। अगर जांच के दौरान कोई गलती पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी। कर्मचारी हुसैन ने पुलिस से बताया था कि कंपनी ने एसबीआई से नौ करोड़ का लोन ले रखा है। इस आग से बड़ा नुकसान हुआ है। हालांकि माल का 12 करोड़ के करीब का बीमा है। जिसका हर साल की तरह सितंबर में रिन्युअल भी हुआ है।