आगराः गैस सिलेंडर लीक होने से घर में भीषण आग लगने का मामला सामने आया है। जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक एक ही परिवार के 14 सदस्य झुलस गए। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में पुलिस को सूचित किया गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी बाह पहुंचाया। जहां से प्राथमिक इलाज के बाद सभी को आगरा रेफर कर दिया गया। सभी 14 घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, पुरा जसोल निवासी जितेंद्र पुत्र भागीरथ के घर में खाना बनाते समय गैस सिलेंडर से रिसाव हुआ। बताया जा रहा है कि सिलेंडर लीक होने पर जितेंद्र रसोई में चले गए थे। तभी अचानक आग लग गई। जितेंद्र दरवाजा नहीं खोल पाए और अंदर ही फंस गए। जब यह नजारा पत्नी और बच्चों ने देखा तो वह शोर मचाने लगे। शोर सुनकर पड़ोस के लोग भी आ गए और किसी तरह दरवाजा खुला। रसोई से आग की लपटों में घिरे पिता जितेंद्र को देखकर उनकी दोनों बेटियां कुमकुम और दिव्या बचाने दौड़ गईं। वह पिता को बचाने के लिए उनसे लिपट गईं थीं, जिससे दोनों झुलस गईं। जितेंद्र को बचाने के चक्कर में बहन प्रीति, पिता भागीरथ भी झुलस गए। दोनों बेटियां 30 से 40 फीसदी झुलसी हैं, जबकि बहन प्रीति और पिता भागीरथ 60 से 70 फीसदी तक झुलस गए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जैसे ही जितेंद्र ने रसोई का दरवाजा खोला, आग से लिपटे जितेंद्र को बचाने के चक्कर में एक-एक कर सभी आग की चपेट में आ गए। सब कुछ महज 3 मिनट में हो गया। आग की लपटों में घिरे लोग बचाओ, बचाओ का शोर मचाते हुए छत पर इधर-उधर भाग रहे थे। अस्पताल में जलन की दर्द से कराहते हुए इधर उधर दौड़ रहे थे। हालांकि, बाद में कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
घटना में घायल लोगों की पहचान लक्ष्मण पुत्र बधाईलाल, जितेंद्र पुत्र भागीरथ, प्रीति पुत्री भागीरथ, कुमकुम पुत्री जितेंद्र, केशव देवी पत्नी सिद्धेश्वर, देवेंद्र पुत्र पन्नालाल, आनंद प्रताप पुत्र पन्नालाल, सुरेंद्र प्रताप पुत्र सिद्धेश्वर, सौरभ पुत्र सुरेंद्र प्रताप, उमाशंकर पुत्र पातीराम, चंद्रावती पत्नी उमाशंकर, अगला पुत्र उमाशंकर, दिव्या पुत्री जितेंद्र और भागीरथ पुत्र बनखंडीलाल के रूप में हुई है।