योग हमारी संस्कृति एवं जीवन जीने की पद्धतिः वीरेंद्र कंवर 

योग हमारी संस्कृति एवं जीवन जीने की पद्धतिः वीरेंद्र कंवर 

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ग्रामीण विकास मंत्री ने थाना कलां व बंगाणा में बच्चों संग किया योग

ऊना (सुशील पंडित)। ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला थाना कलां तथा इको पार्क बंगाणा में स्कूली बच्चों के साथ योगाभ्यास किया। 

अपने संबोधन में वीरेंद्र कंवर ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग हमारी पुरातन सनातन संस्कृति का हिस्सा है। योग जीवन जीने की पद्धति है, जो हमें रोगों से बचाने में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि योगाभ्यास केवल एक दिन तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि हमें योग को जीवन में अपना कर इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। योगासानों का अभ्यास शारीरिक व मानसिक विकास में अहम है तथा योग हमें तनाव से लड़ने में भी मदद करता है।

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से ही आज पूरा विश्व योग दिवस मना रहा है। अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर नरेंद्र मोदी ने योग को नई पहचान दिलाई है। कंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में साल में एक दिन योग के नाम करने का प्रस्ताव रखा था, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया और प्रति वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का ऐलान कर दिया गया। उन्हीं के प्रयासों के आज पूरा विश्व आठवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है। 

इस अवसर पर जिप उपाध्यक्ष कृष्णपाल शर्मा, बलवंत वर्मा, मास्टर रमेश शर्मा, सूरम सिंह, चरणजीत शर्मा, विजय शर्मा, अजय शर्मा, महिला आयोग की सदस्य इंदु बाला, डाइट प्रधानाचार्य देवेंद्र चौहान, थाना कलां स्कूल के प्रधानाचार्य संजीव पराशर सहित अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।