जल बचाना है, न इसे व्यर्थ गंवाना है- गीत से समझाया पानी का महत्व

जल बचाना है, न इसे व्यर्थ गंवाना है- गीत से समझाया पानी का महत्व

ऊना/सुशील पंडित: आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर जल जीवन मिशन के तहत जल शक्ति विभाग द्वारा चलाए जा रहे विशेष जागरुकता अभियान के तहत नटराज कलामंच के कलाकारों द्वारा ग्राम पंचायतों प्रंब व ठठल जबकि पूर्वी कलामंच द्वारा दुलैहड़ व सिंगां में स्वच्छ पेयजल के महत्व सहित विभागीय योजनाओं बारे विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। 

कलाकारों ने समूह गीत जल बचाना है, न इसे व्यर्थ गंवाना है, जल ही जीवन है, इसे जन-जन को समझाना है, के माध्यम से उपस्थित जनसमूह को बताया कि जल का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। जल बहुत कीमती है और इसे व्यर्थ में नहीं गंवाना चाहिए। कलाकारों ने प्रदूषित जल के प्रयोग से होने वाले दुष्प्रभावों बारे भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

इस बारे जानकारी देते हुए अधिशाषी अभियंता, जल शक्ति विभाग ऊना मंडल विनोद धीमान ने बताया कि प्रत्येक पंचायत में विलेज वाटर सेनिटेशन कमेटी का गठन किया गया है। समिति द्वारा गांव में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति पर विशेष तौर पर निगरानी की जाती है। उन्होंने बताया कि इसके लिए एफटीके किटें प्रदान की गई हैं जिनके माध्यम से जल का परीक्षण करके उसकी स्वच्छता जांची जाती है। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए समिति सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।  

इस अवसर पर प्रंब की प्रधान आरती देवी, ठठल की प्रधान अमन ज्योति, दुलैहड़ के प्रधान नंद किशोर, सिंगां के प्रधान गुरदेव तथा बीआरसी पूनम सैणी व रेनू बाला सहित अन्य उपस्थित रहे।