मानसिक रोगों का इलाज सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध: डॉ. गुरिंदरबीर कौर

मानसिक रोगों का इलाज सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध: डॉ. गुरिंदरबीर कौर

कपूरथला (अमनदीप गोल्डी)। मानसिक बीमारी को छिपाएं नहीं, इसके बारे में बताएं और छुटकारा पाएं इन शब्दों का परगतवा नशा मुक्त केंद्र में "विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस" ​​​​जागरूकता संगोष्ठी के दौरान सिविल सर्जन डॉ गुरिंदरबीर कौर ने किया। सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदरबीर कौर ने कहा कि मानसिक रोग भी अन्य शारीरिक रोगों की तरह हैं और इन मानसिक रोगों का इलाज है। उन्होंने बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, मानसिक बीमारी के प्रकार, बीमारी के कारण, उपचार और मानसिक बीमारी के लक्षणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

 *मानसिक रोग के लक्षण*
* स्वभाव में परिवर्तन।
* अनिद्रा।
* काम या प्रदर्शन में अंतर।
* अपने आप को या अपने आस-पास के लोगों के लिए व्यथित महसूस करना।

 उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि हमें अंधविश्वास से बचना चाहिए, अज्ञानता और अंधविश्वास से बाहर निकलना चाहिए और वैज्ञानिक सोच को अपनाना चाहिए और विशेषज्ञ डॉक्टर से इसका इलाज कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला सरकारी अस्पताल में मरीजों को मानसिक रोगों के इलाज की सुविधा नि:शुल्क प्रदान की जाती है। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर बोलते हुए डीएमसी डॉ. संदीप भोला ने कहा कि राज्य के हर जिले में मनोचिकित्सक उपलब्ध हैं, हमें उनसे मानसिक रोगियों का इलाज कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में मानसिक रोगों की दवाएं उपलब्ध हैं, मानसिक रोगी अपना चेकअप कराकर सरकारी अस्पताल से नि:शुल्क इलाज शुरू कर सकते हैं। इस अवसर पर डाॅ. गौरव भगत, डॉ. तरुणजीत कौर, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर शरणदीप सिंह, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर सुखदयाल सिंह और बीईई रविंदर जसल उपस्थित थे।