बेटियों के लिए Best है ये सरकारी योजना!

बेटियों के लिए Best है ये सरकारी योजना!

नई दिल्ली: बेटियों के जन्म से ही उनकी की पढ़ाई और शादी की चिंता सभी को रहती है। इसी के लिए सरकार की ओर से सुकन्या समृद्धि योजना चलाई गई है। इस योजना को लेकर सरकार में भी जबरदस्त क्रेज है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर में भारतीय पोस्ट ऑफिस की ओर से हर साल औसतन 33 लाख सुकन्या समृद्धि अकाउंट खोले जाते हैं। पिछले आठ वर्षों की बात करें तो भारतीय डाक विभाग ने करीब 2.7 करोड़ खाते खोले हैं। भारतीय डाक विभाग ने 1 फरवरी 2023 से 8 फरवरी 2023 तक आजादी का अमृत महोत्सव और अमृत काल की शुरुआत के मौके पर विशेष जागरूकता अभियान चलाया था। पिछले दो दिनों में भारतीय डाक विभाग ने एक विशेष अभियान के तहत करीब 11 लाख सुकन्या समृद्धि अकाउंट खोले हैं। बता दें कि 22 जनवरी 2015 को केंद्र सरकार ने बेटियों को फायदा पहुंचाने हेतु ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ की शुरुआत की थी। योजना के तहत बेटियों के पिता के नाम पर बैंक या डाकघर में खाता खोलने का प्रावधान है। खाता खोलने की न्यूनतम राशि 250 रुपये और अधिकतम राशि 1.5 लाख रुपये निर्धारित है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके भारतीय डाक विभाग को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि इस महान उपलब्धि के लिए @IndiaPostOffice को बहुत-बहुत बधाई! यह प्रयास देश की बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करेगा और उन्हें और अधिक सशक्त बनाएगा। भारतीय डाक द्वारा विशेष अभियान के तहत सुकन्या समृद्धि योजना में जो खाते खालने का लक्ष्य रखा गया था यह उससे काफी ज्यादा रहा है। भारतीय डाक ने 7.5 लाख सुकन्या समृद्धि खाते खोलने का लक्ष्य रखा था।

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत ‘सुकन्‍या समृद्धि योजना’ की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत माता-पिता अपनी बेटी के नाम से सुकन्‍या समृद्धि खाता खुलवा सकते हैं। योजना के तहत, आपकी बेटी के खाते पर सालाना 7.6 फीसदी की दर से ब्‍याज मिलता है। इसके अलावा, हर तीन महीने पर ब्याज की समीक्षा भी होती है। इतना ही नहीं, इनकम टैक्‍स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत इसमें टैक्स छूट भी मिलती है। बता दें कि इससे पहले, सुकन्या समृद्धि योजना 2021 के तहत, ब्याज दर 9.1 प्रतिशत थी, जिसे बाद में कम कर दिया गया। जब तक कि बेटी 18 या 21 साल की नहीं हो जाती है। खाते से पढ़ाई के लिए 50 फीसद राशि निकालने का प्रावधान था। इस योजना में खुद को पंजीकृत कराने के लिए आप आरबीआई की वेबसाइट पर जा सकते हैं।