पंजाबः व्हाट्सऐप पर अब पुलिस कमिश्नर की फोटो लगा SHO से मांगा गिफ्ट

पंजाबः व्हाट्सऐप पर अब पुलिस कमिश्नर की फोटो लगा SHO से मांगा गिफ्ट
पंजाबः व्हाट्सऐप पर अब पुलिस कमिश्नर की फोटो लगा SHO से मांगा गिफ्ट

लुधियानाः पंजाब में ठग शातिरों ने ठगी मारने का नया तरीका ढूंढ लिया है। अब व्हाट्सऐप पुलिस कमिश्नर की फोटो लगाकर पुलिस अधिरकारियों को ही ठगने के लिए निशाना बना रहे है। वहीं लुधियाना से मामला सामने आया है। जहां पुलिस कमिश्नर कौस्तुभ शर्मा की व्हाट्सऐप पर फोटो लगा पुलिस अधिकारियों को लिंक भेजे जा रहे हैं। जालसाज पुलिस अधिकारियों को लिंक क्लिक करने के लिए कहते हैं। थाना टिब्बा के एसएचओ को व्हाट्सऐप पर लिंक भेजकर आरोपी उस पर क्लिक करने के लिए कह रहे थे। आरोपी ने पुलिस अधिकारी से गिफ्ट कार्ड भेजने को भी कहा।

थाना टिब्बा के एसएचओ इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह ने इसकी जानकारी सीनियर अधिकारियों को दी और अज्ञात जालसाजों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। अन्य पुलिस कर्मियों ने भी व्हाट्सऐप पर इस तरह के संदेश मिलने की शिकायत दर्ज करवाई है। वहीं इंस्पेक्टर ने कहा कि 1 अक्टूबर को उन्हें एक अज्ञात नंबर (6280904170) से उनके आधिकारिक नंबर (7837018632) पर संदेश आया।

नंबर के यूजर ने कमिश्नर ऑफ पुलिस कमिश्नर कौस्तुभ शर्मा की तस्वीर का इस्तेमाल किया हुआ है। यूजर ने उसे ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन के गिफ्ट कार्ड भेजने को कहा। आरोपी ने कहा कि उसे कार्ड चाहिएं, लेकिन वह इस समय मीटिंग में है, इस कारण कार्ड नहीं ले सकता। आरोपी ने पुलिस अधिकारी को गिफ्ट कार्ड की व्यवस्था करने को कहा और वादा किया कि वह पैसे वापस कर देगा। एसएचओ ने बताया कि उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस मामले को सांझा किया। जांच पड़ताल के बाद में पुलिस स्टेशन टिब्बा में आईपीएस की धारा 419, 420, सूचना और प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 सी के तहत अज्ञात जालसाजों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पंजाब पुलिस साइबर क्राइम सेल की मदद से आरोपी का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

इससे पहले, 18 अगस्त को पुलिस कमिश्नर कौस्तुभ शर्मा की तस्वीर लगा कर जालसाजों ने पुलिस अधिकारियों को व्हाट्सऐप पर लिंक भेजकर ठगने की कोशिश की थी। वहीं पुलिस कमिश्नर शर्मा को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने पुलिस कर्मियों और लोगों को इसके बारे में सूचित किया था। उन्होंने कहा कि यह मेरा नंबर हैं और सतर्क रहें। मैसेज आए तो तुरंत पुलिस को बताएं। वहीं कमिश्नर शर्मा ने साइबर क्राइम विंग को आरोपी का पता लगाने का आदेश दिया, लेकिन पुलिस आरोपी का पता लगाने में नाकाम रही।