तस्करों की 7 दिन में प्रॉपर्टी होगी अटैच
पुलिस मिशन के तहत काम करेगी, कमीशन पर नहींः सीएम मान
चंडीगढ़ः पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सभी जिलों के एसएसपी, पुलिस कमिश्नर और पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आज बैठक की। जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। इस मीटिंग में नशे पर कार्रवाई करने को लेकर भी फैसला लिया गया है। पंजाब पुलिस अब नशे के खिलाफ मुहिम तेज करने जा रही है। अगर कोई तस्कर पकड़ा गया तो सात दिन के अंदर उसकी संपत्ति अटैच कर ली जाएगी। अगर कोई पुलिस कर्मचारी किसी भी स्तर पर नशे के कारोबार में संलिप्त पाया गया तो उसे मौके पर ही बर्खास्त कर दिया जाएगा।
वहीं, कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के लिए दस हजार नए पुलिस कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी। वहीं, पुलिस मिशन के साथ काम करेगी, जबकि इस काम में कमीशन के लिए कोई जगह नहीं होगी। थानों में दोस्ती और रिश्ते खत्म करने के लिए बड़े पैमाने पर तबादले किए जा रहे हैं। अब तक दस हजार मुलाजिम ट्रांसफर किए गए हैं। यह निर्णय मुख्यमंत्री ने आज सभी जिलों के एसएसपी व उच्च अधिकारियों के साथ बैठक में लिया। वहीं, अगर किसी पार्टी का विधायक कोई शिकायत देता है तो अफसरों को उसकी सुनवाई करनी पड़ती है। यह बात पंजाब के सीएम भगवंत मान ने सभी जिलों के एसएसपी के साथ बैठक के बाद मीडिया से कही।
उन्होंने कहा कि डीसी और एसएसपी को आदेश जारी कर दिए गए हैं। सीएम मान ने बताया कि पुलिस पर आरोप लगते हैं कि थानों में लंबे समय से एक ही स्टाफ तैनात है। लोग कहते हैं कि हम सरकार का साथ देते है। नशा बेचने वालों को पकड़कर थाने में दे आते है। लेकिन मुलाजिमों की यारियां व रिश्तेदारियां इतनी गहरी है कि शिकायतकर्ता पीछे से घर पहुंचता है, जबकि आरोपी पहले घर पहुंच जाते हैं। ऐसे में मुंशी, थानेदार व हवलदार की ट्रांसफर की गई है। ट्रांसफर डिवीजन व रेज स्तर स्तर पर की गई है। उन्होंने कहा कि नशे के मुद्दे पर जंगी स्तर पर गिरफ्तारी होगी। सीएम ने पुलिस मुलाजिमों को साफ किया है कि अब उन्हें काम करना होगा। अगर काम नहीं करना चाहते है तो उनकी ट्रांसफर कर देंगे। उन्हें चंडीगढ़ में किसी दफ्तर में पोस्टिंग दे देंगे। उन्होंने साफ किया है कि पुलिस को मिशन के तहत काम करना है, कमीशन पर अब काम नहीं होगा।
सीएम मान ने कहा कि अब गैंगस्टर, आतंकी व तस्कर इकट्ठे हो गए। दुश्मन देश से पहले ड्रोन में नशा आता था, अब हथियार और 10 से 15 लाख रुपये तक आ रहे हैं। लेकिन अब पुलिस इन पर सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि नशा गुजरात से आता है। बदनाम पंजाब किया जा रहा है। पंजाब इसका मुकाबला कर रहा है। सीएम ने बताया कि सालों से पंजाब में मुलाजिमों की संख्या नहीं बढ़ी है। पुलिस में अब मुलाजिमों की गिनती बढ़ाई जाएगी। 23 सालों से पंजाब पुलिस में अस्सी से 81 हजार मुलाजिम हैं। ऐसे में विभिन्न रैंक पर दस हजार मुलाजिमों की भर्ती होगी। अब फाइनेंस विभाग को पदों की मंजूरी के लिए पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के 315 एसएचओ को वाहन दिए जा चुके हैं। जल्दी ही 100 के करीब मुलाजिमों को नई गाड़ियां दी जाएगी।
सड़क सुरक्षा फोर्स के बारे में सीएम माने कहा कि उसका परिणाम का काफी अच्छा रहा है। अब तक दो हजार लोगों की जान फाेर्स बचा चुकी है। करीब 25 से 30 लाख के गहने व अन्य सामान बचाने में फोर्स कामयाब रही है। दिल्ली एयरपोर्ट पर पंजाबी लोगों की सहायता के लिए पंजाब सरकार एक हेल्प सेंटर बनाएगी। वहां पर पंजाबी जानने वाले दिल्ली के रहने वाले दस लोगों का स्टाफ रखा जाएगा। जो कि वहां पर जाने वाले पंजाबी लोगों की मदद करेंगे। इसके लिए अगले 10 से 15 दिन में कार्रवाई पूरी की जाएगी।
लोकसभा चुनाव संपन्न होते ही सीएम ने अपने आवास पर डीजीपी गौरव यादव से मीटिंग की थी। इसमें उन्होंने पुलिस को लोगों से जुड़ने की हिदायत दी थी। इसके बाद तय हुआ था पुलिस मुलाजिम सुबह 11 बजे से एक बजे तक अपने दफ्तरों में बैठेंगे। लोगों की शिकायतों का पहल के आधार पर निपटारा करेंगे। उक्त आदेश लागू कर दिए गए। वहीं, विभाग की तरफ से दावा किया गया पुलिस के प्रयासों काे कामयाबी मिली है। करीब चालीस हजार शिकायतों का निपटारा किया गया है। यह आदेश एसएचओ स्तर से लेकर डीजीपी आफिस तक जारी किए गए थे।
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