लुधियानाः जिले में शहीद सुखदेव थापर के जन्म दिवस पर आज सुखदेव यादगारी ट्रस्ट की ओर से प्रोग्राम किया जा रहा है। मामले की जानकारी देते हुए नगर निगम अफसर संदीप ऋषि ने बताया कि इस प्रोग्राम में खून दान कैंप लगाया गया। जहां सभी अधिकारी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि खुद को सौभाग्यशाली मानते है कि देश की आजादी में शहीद भगत सिंह, शहीद राजगुरु और शहीद सुखदेव ने अहम योगदान देकर बलिदान दिया गया था। उन्होंने कहा कि इसके बाद ही अंग्रेजों को भारतीयों की ताकत के बारे में पता चल पाया था। नगर निगम अफसर ने कहा कि शहीद सुखदेव से हम सभी प्रेरणा लें। वहीं रवनीत बिट्टू पर कार्रवाई करते हुए अफसरों को सस्पेंड किए जाने के मामले में कहा कि इस मामले में 2 कर्मियों पर कारवाई की गई है।
जिसमें उन्होंने एनओसी की चिट्टी को लेकर कोई जवाब नहीं दिया था। जिसके बाद दोनों कर्मियों के रिकार्ड की जांच की गई, इसमें उनका कसूर कोई नहीं है। निगम अफसर ने कहा कि ड्राइंग ब्रांच में 3 कर्मियों में से एक एटीपी और ड्राफ्टमैन के खिलाफ सरकार को पत्र लिखकर भेज दिया है। इस मामले में कहा कि जब उनके ध्यान में एनओसी का मामला लाया गया कि उनकी एनओसी पेंडिंग है तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए पीडब्लयूडी से किराये की जांच गई, उसके बाद डीसी दफ्तर से जांच की गई कि कोई अलॉटमेंट तो नहीं हुआ था।
लेकिन उन्होंने कहा कि अलाटमेंट का कोई रिकार्ड नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि घर में अवैध तरीके से रहने के चलते तुरंत मार्किट रेट की जांच करके उसके डबल रेट चार्ज किया गया। उन्होंने कहा कि इस जांच के दौरान उनके पास नक्शा भी नहीं था जोकि तुरंत बनवाया गया। उन्होंने कहा कि 2019 में नगर निगम की कोई लेनदेन है या नहीं था इसको लेकर बिट्टू द्वारा एनओसी पेश की गई। अफसर ने कहा कि उस समय नगर निगम के द्वारा कोठी को अलाट ही नहीं किया गया था और उस समय नगर निगम पर कोई बकाया राशि भी नहीं खड़ी थी। निगम अफसर ने कहा कि यह 2016 का मामला है और वह उस समय जिले में तैनात नहीं थे। उन्होंने कहा कि यह अलग मेटर है और इसे अलग तरीके से देखा जाएगा।