पंजाब: बड़ी राहत, किसानों ने खत्म किया धरना, अब इस दिन होगी सीएम मान से मीटिंग 

पंजाब: बड़ी राहत, किसानों ने खत्म किया धरना, अब इस दिन होगी सीएम मान से मीटिंग 

चंडीगढ़ः पंजाब के किसानों द्वारा धरने लगाए जाने के मामले में बड़ी खबर सामने आई है। मिली जानकारी के मुताबिक किसानों द्वारा अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ लगाए गए धरने को मंगलवार को धरना खत्म कर दिया। किसान नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि एमएसपी सहित किसानों की दूसरी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया है। किसान नेताओं की राज्यपाल से मुलाकात से राज्य सरकार की ओर से किसानों को बातचीत के लिए बुलाया गया। कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने किसान नेताओं के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। खुड्डियां ने किसानों की मांगों को सुना इस कृषि मंत्री के साथ बैठक के दौरान ये निर्णय लिया गया कि आगामी 4 दिसंबर पर किसानों की ओर से अपनी मांगों का एक ड्राफ्ट कृषि मंत्री को दिया जाएगा।

इसके बाद आगामी 19 दिसंबर को मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ किसानों की बातचीत होगी। किसानों की ओर से कृषि मंत्री से बातचीत खत्म होने के बाद राज्यपाल से राजभवन में करीब पौने घंटे तक बातचीत की गई। हालांकि राजभवन के बाहर किसानों ने किसी से बात नहीं की और वे सभी मोहाली में धरना स्थल पर चले गए। जहां जाकर किसानों की ओर से धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी गई। किसानों की ओर से बाढ़ के कारण बर्बाद फसलों का एकमुश्त मुआवजा देने, पराली को लेकर रेवेन्यू रिकॉर्ड में लाल एंट्री, किसान आंदोलन के दौरान किसानों के विरुद्ध दर्ज मामलों को रद्द करने, किसान मोर्चे के दौरान शहीद किसानों के परिवारों को मुआवजा व नौकरी देने, किसान मोर्चे के शहीदों की यादगार बनाने के लिए जगह मुहैया कराने, बैंकों की ओर से खाली चेक लेना बंद किए जाने, चेक वापसी सहित किसानों पर चलते मामलों को वापस लेने, ट्रेक्टरों की रजिस्ट्रेशन लाइफ टाइम करने आदि कई मांगों को लेकर चर्चा की गई।

कृषि मंत्री गुरमीत सिंह ने बैठक के बाद कहा कि किसानों की मांगों को सुन लिया गया है जिन का जल्दी हल निकाल दिया जाएगा। आगामी माह में मुख्यमंत्री के साथ किसानों की बैठक करवाई जाएगी। उधर मोहाली में पंजाब के विभिन्न स्थानों से आए किसान अपने घरों की ओर वापस हो गए। किसान नेताओं की ओर से कहा गया है कि सरकार को एक बार आगाह करने के लिए आए थे। अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो फिर से मोहाली-चंडीगढ़ बार्डर को दिल्ली मोर्चे की तरह तब्दील करने में देर नहीं लगेगी। रोष प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आंगनबाड़ी वर्करों और मजदूर जत्थेबंदियों के काफी संख्या में सदस्यों पहुंचे। किसान मोर्चा स्टेज से आंगनबाड़ी व मजदूर जत्थेबंदियों का धन्यवाद करते हुए कहा गया कि दिल्ली मोर्चे के दौरान भी इनका पूरा साथ मिला था।