शादी में 100 से अधिक मेहमानों की मौत, देखिए खौफनाक मंजर का वीडियो

हमदानिया: शादी वाला घर या चारों ओर खुशियों का माहौल। लेकिन अगर शादी वाले घर में कोई घटना हो जाए तो खुशियों के माहौल के बीच चिंता की लकीर खींच जाती है। ऐसा ही एक मामला सामने इन दिनों सामने आया है। बताया जा रहा है कि जहां शादी समारोह में शामिल हुए लगभग 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई। वहीं, शादी में शामिल 130 से अधिक लोग झुलस गए। अब इस शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार घटना उत्तर-पश्चिमी प्रांत निवेवेह के हमदानिया जिले की है। दुल्हन का नाम हनीन और दूल्हे का रेवान इशो है। पहले ऐसा माना गया था कि इन दोनों की भी मौत हो गई है। लेकिन फिर बाद में पता चला कि ये इरबिल के एक अस्पताल में भर्ती हैं। आग लगने की वजह पटाखों को बताया जा रहा है। उस वक्त दूल्हा और दुल्हन डांस कर रहे थे। घटना का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें हनीन (दुल्हन) काफी डरी हुई दिख रही हैं। आसपास की दीवारें आग से लिपट जाती हैं और छत नीचे गिरने लगती है। इसके बाद ये कपल अपनी जान बचाने के लिए रसोई के दरवाजे की तरफ भागता है।
इस घटना में घायल हुए लोगों को शहर के कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हमदानिया वो जिला है, जो पहले आईएसआईएस के कब्जे में रह चुका है। लोगों का कहना है कि उन्हें आईएसआईएस ने उतना नुकसान नहीं पहुंचाया था, जितना कि इस आग ने पहुंचा दिया। एक मेहमान मरियम खेदर ने कहा, ‘ये कोई शादी नहीं थी, ये नरक था।’ मरियम मुर्दाघर के बाहर अपनी बेटी और तीन नाती पोतों के शव मिलने का इंतजार कर रही थीं, जिनमें से एक की उम्र महज 8 महीने है। एक अन्य मेहमान ने कहा, ‘मैंने अपनी बेटी, उसके पति और उनके तीन साल के बच्चे को खोया है। सभी जल गए थे, मेरा दिल जल रहा है।’
देश के गृह मंत्रालय का कहना है कि इवेंट हॉल के मालिक समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सरकार ने मामले में तुरंत जांच कर 72 घंटों के भीतर नजीते बताने का ऐलान भी किया है। दूल्हे के पिता का कहना है कि वो ये मानते हैं कि आग लगने के लिए हॉल का मालिक जिम्मेदार है। इस घटना ने पूरे देश को इस कदर झकझोर दिया है कि सरकार ने होटल, स्कूल और अस्पताल जैसी सार्वजनिक जगहों के तत्काल निरीक्षण का आदेश दिया है। शादी में शामिल होने आए तीन लोगों का कहना है कि हॉल में आग बुझाने की कोई व्यवस्था नहीं थी, केवल कुछ ही इमरजेंसी दरवाजे थे। प्राथमिक जांच में सामने आया कि इमारत में ऐसा बहुत सा सामान था, जो जल्दी आग पकड़ने में सक्षम है, इसी वजह से इसकी छत भी गिर गई।
आग से अपनी जान बचाने वाले 34 साल के इमाद योहाना का कहना है, ‘हमने आग को धधकते हुए देखा, वो हॉल से बाहर तक आ रही थी। जो आगे तक जाने में सफल रहे वो बच गए, जो नहीं हो पाए वो वहीं फंस गए।’ काराकोश में अल ताहिरा चर्च के एक पादरी ने शोक संतप्त परिवारों से कहा कि इराक इस शोक में एकजुट है। इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार और पक्षपात करने वाले अधिकारियों की आलोचना भी की। दूसरी तरफ अमेरिका का कहना है कि मदद पेश करने के लिए वो इराक की सरकार के साथ बातचीत करने को तैयार है।
