लेफ्टिनेंट से पुलिस अधिकारी बने पूर्व DGP पंचतत्व में विलीन

लेफ्टिनेंट से पुलिस अधिकारी बने पूर्व DGP पंचतत्व में विलीन

रेवाड़ीः हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) अजीत सिंह भाटोटिया का रविवार को निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ रेवाड़ी स्थित पैतृक गांव डूंगरवास में किया गया। बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। पूर्व डीजीपी काफी समय से गुरुग्राम में रहने के साथ ही अस्वस्थ चल रहे थे। हरियाणा के पूर्व डीजीपी यशपाल सिंघल, पूर्व डीजीपी एसएन वशिष्ठ, पूर्व डीजीपी अनिल राव, स्टेट विजिलेंस के आईजी कुलविंदर सिंह, रेवाड़ी रेंज के आईजी राजेंद्र सिंह, रेवाड़ी एसपी शशांक कुमार सावन, पंजाब के पूर्व मंत्री जगदीश कंग, रेवाड़ी विधायक चिरंजीव राव, पूर्व मंत्री ML रंगा, पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव इस दौरान मौजूद रहे।

भाटोटिया के निधन पर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने शोक व्यक्त किया। 1968 बैच के आईपीएस अजीत सिंह भाटोटिया अहीरवाल इलाके के पहले आईपीएस अधिकारी थे। पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल और चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की सरकार में वह पुलिस महानिदेशक रहे। इसके अलावा, वे महानिदेशक जेल सहित विभिन्न जिलों में आईजी, एसपी के पदों पर रहे हैं। अजीत सिंह भाटोटिया (79) मूलरूप से रेवाड़ी के गांव डूंगरवास के रहने वाले थे। फिलहाल वह अपने परिवार के साथ गुरुग्राम के सेक्टर-14 ओल्ड DLF में रहते थे। पूर्व DGP के बेटे एवं पेशे से उद्योगपति संदीप भटोटिया बताते हैं कि उनके पिता ने मैट्रिक की परीक्षा रेवाड़ी के निखरी सरकारी स्कूल से पास की थी।

अहीर कॉलेज रेवाड़ी से स्नातक की उपाधि प्राप्त करने के बाद 2 मार्च 1968 को द्वितीय लेफ्टिनेंट के रूप में नियुक्त हुए। 1971 में पश्चिमी सेक्टर में पाकिस्तान के खिलाफ सक्रिय भूमिका निभाई। 1971 के बाद उन्हें मेजर के पद पर पदोन्नत किया गया। इस अवधि के दौरान उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा दी और IPS के लिए चुने गए। जुलाई 1973 में पुलिस सेवा में शामिल हो गए। हालांकि, गजटेड ऑफिसर होने के चलते उन्हें 1968 बैच का अधिकारी माना गया।