चंबाः चंडीगढ़ से खजियार घूमने गए एएसआई परमजीत के मामले में हिमाचल पुलिस की सफाई सामने आई है। इसमें कहां गया 9 जून को चंडीगढ़ पुलिस में ASI परमजीत सिंह खजियार घूमने आए। उन्होंने अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी नंबर CH-01-CE-8821 को सड़क के बीचो बीच गलत ढंग से पार्क कर दिया। जब गाड़ी को हटाने के लिए बोला गया तो वह नाराज होकर बहस करने व गाली-गलौज करने लगा। इस मामले की सदर थाना प्रभारी चंबा ने जांच की गई, जिसमें चंडीगढ़ पुलिस के एएसआई द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे पाए गए। वहीं हिमाचल पुलिस के DGP अतुल वर्मा ने मामले का मंडी से सांसद कंगना रनोट के थप्पड़ कांड से कनेक्शन से इनकार किया है। उन्होंने पुलिस पर लगाए आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि अफवाहों पर यकीन ना करें । हिमाचल टूरिस्ट प्लेस है, यहां हर टूरिस्ट का अच्छे से ध्यान रखना पुलिस का कर्तव्य है, जिसे निभाया भी जा रहा है। उन्होंने दंपती द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए नए खुलासा भी किया है। उन्होंने कहा कि NRI दंपती कंवलजीत सिंह, उनकी स्पेनिश पत्नी और उनके भाई जीवनजीत सिंह हस्तरेखा शास्त्र का अभ्यास करने के बहाने महिला पर्यटकों और स्थानीय महिलाओं का जबरन हाथ पकड़ रहे थे। इस दौरान NRI दंपती की वहां मौजूद पर्यटकों और स्थानीय लोगों के साथ कहासुनी हो गई। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने इस मामले में हस्तक्षेप किया और NRI दंपती को सुल्तानपुर पुलिस चौकी ले आए। पुलिस के अनुसार, इस मामले में दंपती और जीवनजीत सिंह ने कोई भी कानूनी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया और स्थानीय पुलिस के अनुरोध करने के बावजूद मेडिकल करवाने को मुकर गए।
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