उगते सूरज को अर्घ देकर संपन्न किया छठ पूजा का व्रत

उगते सूरज को अर्घ देकर संपन्न किया छठ पूजा का व्रत

छठी मैया से की सुख समृद्वि की कामना


बददी/ सचिन बैंसल: छठ पूजा  के अंतिम दिन  व्रतधारियों ने पानी में खड़े होकर उगते  सूर्य को अर्घ्य देकर इस पूजा का सपंन्न किया।  पूर्वांचल के लोगों ने छठी माईया की अराधना कर सुख समृद्धि की कामना की।  बद्दी से बालद खड्‌ड, सरसा खड़्ड, चिकनी खड्‌ड व अन्य खड्‌डो व नालों में सुबह के समय छठी मईया के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय उठा।  सूर्य को अर्ध्य देने के बाद 36 घंटे से चला आ रहा यह उपवास खोला गया।  


बीबीएन में दो लाख से अधिक लोग पूर्वांचल क्षेत्र के रहते है। सभी लोग इस पर्व को लेकर पिछले कई दिनों से तैयारी में जुटे थे।  सभी प्रकार के खाद्य वस्तुओं से सूर्य देवता और छठी माईया की अराधना की गई। इन लोगों का मानना है कि जिन लोगों के पास संतान नहीं होती है अगर व छठी मईया का विधिपूर्वक सच्चे मन से उपवास कर लेता है तो उसकी झोली माता भर देती है। मन्नत पूरी होने के बाद लोग उपवास करते है। बद्दी के मुन्ना सिंह ने अपनी धर्मपत्नी के साथ इस उपवास को किया। वहीं लव कौशल ने भी अपनी पत्नी के साथ छठी मईया का पूजा की।  बद्दी के वार्ड दो में रहने वाले विकास नंदन ने नंगे पांव घर से दीप जला कर घाट तक गए और छठी मईया की आराधना की।


पूर्वांचल जन कल्याण समिति के प्रवक्ता परमहंस दिवेदी, पिंटू सिहं, सत्या पांडे  ने बताया कि  रविवार की रात्रि को  सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया। जिसमें तनु प्रियंका, आशु तोष यादव, आकाश बाबा, धीरज पांडे, रामाशीष बागी, अंकिता मिश्रा व गोलू ने छठी मईया के भजन सुनाए और  ठंड के बावजूद भी रात भर लोग जमा रहे और भजनों का आनंद लेते रहे।