CM Nitish Kumar ने छोड़ा भाजपा का साथ, जाने किस पार्टी के साथ मिलकर बनाएंगे नई सरकार

CM Nitish Kumar ने छोड़ा भाजपा का साथ, जाने किस पार्टी के साथ मिलकर बनाएंगे नई सरकार
CM Nitish Kumar ने छोड़ा भाजपा का साथ

बिहारः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा राजनीतिक कदम उठाते हुए बीजेपी से गठबंधन तोड़ लिया है। मुख्यमंत्री और जद (यू) नेता नीतीश कुमार आज शाम 4 बजे राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात करेंगे। जदयू बैठक में नीतीश कुमार ने गठबंधन तोड़ने का फैसला किया।

राजद और जदयू मिलकर बनाएंगे सरकार 

सूत्रों ने कहा कि सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) की बैठक में फैसला लिया गया। राजद और जदयू मिलकर सरकार बनाएंगे। 2020 विधानसभा चुनाव भाजपा और जदयू मिलकर लड़े थे। कम सीट आने के बाद भी भाजपा ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया था। कई दिन से भाजपा और जदयू में खटपट की खबर आ रही थी। बिहार विधानसभा में भाजपा के पास 77 , जद (यू) के पास 45, कांग्रेस के 19, सीपीआईएमएल (एल) के नेतृत्व वाले वाम दलों के पास 16 और राजद के पास 79 सीटे हैं।

शाम 4 बजे राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात करेंगे नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात करने के लिए आज यानी मंगलवार को शाम चार बजे का वक्त मांगा हैं। घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने यह बात बताई। जदयू से जुड़े सूत्रों के अनुसार, कुमार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे लेकिन वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मंत्रियों के स्थान पर उन पार्टियों के सदस्यों को मंत्री बनाने की मांग कर सकते हैं, जो उनकी पार्टी को सरकार चलाने के लिए समर्थन देगीं। 

तेजस्वी ने मां एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर बुलाई थी बैठक

जदयू के सांसदों और विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में उनके आधिकारिक आवास एक अणे मार्ग पर हुई। वहीं विपक्षी पार्टी राजद के विधायकों की बैठक पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने अपनी मां एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के दस सर्कुलर रोड स्थित आवास पर बुलाई थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के आवास पर बैठक कर रही है जिसमें पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल भी मौजूद हैं। जदयू से जुड़े कई सूत्रों ने इस बात से इनकार किया कि भाजपा के साथ पार्टी के संबंध इस हद तक बिगड़ गए हैं कि फिर से गठबंधन की बात करनी पड़े।

राज्यसभा सदस्य राम नाथ ठाकुर ने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी ने अतीत में भी सांसदों और विधायकों की ऐसी कई बैठकें की हैं। हमें बताया गया है कि मौजूदा बैठक संगठनात्मक मामलों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है। राजग में किसी बड़े संकट के बारे में कभी नहीं सुना। नीतीश के एक अन्य विश्वासपात्र लेसी सिंह ने कहा, ‘‘मैं पिछले चार या पांच दिनों से बाहर रहा हूं।

लेकिन मुझे इस बात का इल्म है कि चीजें किस प्रकार रही हैं। राजग सरकार के समक्ष कोई बड़ा संकट नहीं है...।’’ सिंह विधायक हैं और नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय का पालन करेगी। राजद के युवा विधायक चेतन आनंद ने कहा, ‘‘राजनीतिक गठजोड़ की अफवाहें कुछ समय से हैं। पार्टी नेतृत्व द्वारा लिये गये निर्णय से निश्चित रूप से सभी को अवगत कराया जायेगा।’’