भाजपा ने समाज के टुकड़े किए, राहुल गांधी उन्हें जोड़ने निकले हैं

भाजपा ने समाज के टुकड़े किए, राहुल गांधी उन्हें जोड़ने निकले हैं

जयराम विपक्षी दीर्घा में अपनी कुर्सी तलाश लें

ऊना/ सुशील पंडित: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा लगातार भाजपा नेताओं के निशाने पर है। भाजपा ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि भारत क्या टूटा हुआ है कि राहुल गांधी उसे जोड़ने चले हैं। इस पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विजय डोगरा ने पलटवार करते हुए क्या कहा पढ़िए इस लेख में।

कन्याकुमारी से मात्र 170 लोगों के साथ राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी। आज तक उसमें लाखों लोग शामिल हो चुके हैं। इस यात्रा में मिल रहे अथाह जनसमर्थन से विरोधियों की नींद उड़ना लाजमी था। जहां तक उन पर हो रही धार्मिक टिप्पणियों की बात है हम सब जानते हैं कि धर्म की राजनीति कौन करता है। भाजपा के पिछले साढ़े आठ सालों में अलग अलग समुदायों में कई तरह की दरारें पैदा करने की कोशिश की है। राहुल गांधी उन्हीं दरारों को भरने निकले हैं। भाजपा ने अखंड भारत को बांटने के लिए समाज के जो टुकड़े किए हैं राहुल गांधी उन टुकड़ों को चुन चुन कर एक माला में पिरोने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस ही तो थी जिसने 1947 के बाद से आज तक भारत को अखंड रखा है। इसे संभाल कर रखा है। भाजपा नफरत फैलाकर टुकड़े करती है और राहुल गांधी उन टुकड़ों को जोड़ने निकले हैं। यही है भारत जोड़ो यात्रा का सार।

जयराम ठाकुर की बेचैनी हम समझते हैं

चुनाव परिणाम आठ दिसंबर को आएगा। रिजल्ट को लेकर जिस तरह की अफवाहें चल रही हैं उससे हमें लगता है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपनी सीट ही न कहीं हार जाएं। उन्हें अपनी पार्टी की चिंता करनी चाहिए। धरातल के हालात ऐसे हैं कि बीजेपी के कई मंत्री चुनाव हार रहे हैं। कांग्रेस बहुमत से सरकार बनाएगी। बार बार हमारे भावी विधायकों पर ध्यान केंद्रित करके बैठी भाजपा का चेहरा कई राज्यों में पहले से बेनकाब हो चुका है। ये चाहते हैं कि खरीद फरोख्त करें और अपनी सरकार बना ली जाए। मगर हमारे हिमाचल में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और नॉर्थ ईस्ट जैसा विधायक व्यापार नहीं चलता।

जयराम को सपने में कांग्रेस का मुख्यमंत्री बनता दिख रहा है

जयराम ठाकुर समेत भाजपा का सारा नेतृत्व बार बार यही कह रहा है कि कांग्रेस के पास मुख्यमंत्री के एक से अधिक चेहरे हैं। राजनीतिक तौर पर यह कांग्रेस पार्टी के लिए शुभ संकेत है। मुख्यमंत्री भयभीत हैं। सोते जागते वह हमारे मुख्यमंत्री को शपथ लेते देख रहे हैं। जयराम ठाकुर बार बार बोल रहे हैं कि कांग्रेस का कुनबा बिखर रहा है। तो मैं सीएम ठाकुर से कहना चाहता हूं कि वह अपना कुनबा संभाल कर रखें। कांग्रेस का कुनबा एकजुट है। हमारा राष्ट्रीय और राज्य का नेतृत्व 8 दिसंबर के बाद तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा। हमें किसी का डर नहीं है। मगर रिजल्ट से पहले कौन जीत रहा है और कौन हार रहा है यह तो कोई प्रकांड ज्योतिषी ही बता सकता है। जयराम ठाकुर इतने बड़े ज्योतिषी हैं तो घबरा क्यों रहे हैं। वह घबराए इसलिए हैं कि उनकी कुर्सी जा रही है।

चुनाव से पहले जयराम ने माना था कि कांग्रेस की सरकार बनेगी

जयराम ठाकुर ने जिस दिन यह बयान दिया था कि कांग्रेस की सरकार बन भी गई तो वह राज्य नहीं चला पाएगी, स्पष्ट तौर पर साबित करता है कि भाजपा भी जानती है कि वह चुनाव हार रही है। विरोधी दल हार भी रहे हों तो वह खुद को जीता हुआ बताते हैं। मगर जयराम ऐसे पहले राजनेता हैं जिन्होंने चुनावी सभा में यह कबूल लिया था कि कांग्रेस जीत रही है। यह उनकी भावी हार का पहला सबूत है।

घोटालों पर जयराम ठाकुर की चुप्पी

अब मुद्दों की बात करते हैं। प्रदेश में पुलिस भर्ती घोटाला हुआ। उससे पहले कोरोना में दवा, मास्क और मेडिकल साजो सामान का घोटाला हुआ। फर्जी डिग्री घोटाला। एचपीयू भर्ती और प्राइवेट यूनिवर्सिटी घोटाला। बार बार तमाम पेपर लीक हुए। ऐसे असंख्य घोटाले हैं जिनपर न मुख्यमंत्री कुछ बोल पाए और न ही प्रधानमंत्री जवाब दे पाए। चुनाव हिमाचल का था और भाजपा नेता कभी राम मंदिर की बात करते तो कभी समान आचार संहिता की बात करते। उन्होंने पूरे चुनाव में हिमाचल का एक भी मुद्दा नहीं उठाया।

जयराम के चेहरे पर चुनाव क्यों नहीं लड़ा

भाजपा की ऐसी कौन सी ऐसी मजबूरियां थीं कि मुख्यमंत्री का चेहरा छोड़ माननीय प्रधानमंत्री के चेहरे पर चुनाव लड़ा गया। वो हमारे गांधी परिवार पर ही बार बार प्रहार क्यों करते हैं। हमारी तो एक ही नेता थीं जिन्होंने हिमाचल का दौरा किया। इनके तो केंद्र से 12-12 मंत्री पधारे हुए थे जिन्होंने हिमाचल में असंख्य चुनावी रैलियां की। उनकी पूरी फौज के मुकाबले हमारी अकेली राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी ने हिमाचल में मोर्चा संभाला हुआ था। जिस पार्टी ने एक के बाद एक अपने नेताओं के बच्चों और रिश्तेदारों को आगे किया। मंत्रियों के बच्चों को टिकट दिए। वह किस अधिकार से परिवारवाद की बात करती है। अगर एक अंगुली हमपर उठेगी तो चार उनकी तरफ भी मुड़ती हैं।

हमारे नेता दिल्ली जाएं या चेन्नई जयराम क्यों घबराए हैं

माननीय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कह रहे हैं कि कांग्रेस के नेता बार बार दिल्ली जा रहे हैं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि दिल्ली में एमसीडी चुनाव हैं और हमारी टीमें वहां ग्राउंड पर काम कर रही हैं। उन्हें इन दौरों से बेचैनी क्यों हो रही है। जयराम हम सबके मुख्यमंत्री हैं। हम उनका सम्मान करते हैं। मगर यह पक्का है कि 8 दिसंबर को कांग्रेस ही सरकार बनाएगी। वह विपक्षी दीर्घा में अच्छी सी जगह अपनी कुर्सी को तलाश लें।