नई दिल्लीः केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खालिस्तान टाइगर फोर्स के सहयोगी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला को आतंकवादी घोषित किया गया है। अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला पर पंजाब में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। बीते दिनों जगराओं के एक गांव में घर में घुसकर एक व्यक्ति की हत्या की गई थी, इसकी जिम्मेदारी अर्श डल्ला ने ली थी। शनिवार (7 जनवरी) को पुलिस ने अर्श डल्ला से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह कार्रवाई आतंकवादी नेटवर्क को ध्वस्त करने की योजना का हिस्सा थी।
कौन है अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला?

पुलिस ने अर्श डाला को मोस्ट वांटेड अपराधी घोषित कर रखा है। उस पर हत्या, अपहरण और लूट से जुड़े दर्जनों केस दर्ज हैं। पुलिस से बचने के लिए अर्श डल्ला कनाडा भाग गया था। पंजाब पुलिस के अनुसार, वह गैंगस्टर से आतंकवादी बन चुका है। कनाडा से वह आतंकवादी संगठन खालिस्तान टाइगर्स फोर्स चलाता है। भारत में आतंक फैलाने के लिए वह पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए सीमा पार ड्रग्स और हथियार भेजने के कारोबार में शामिल है।
हिजबुल का संचालक भी आतंकी घोषित
इससे पहले गृह मंत्रालय ने आतंकी संगठन हिज़्ब-उल-मुजाहिदीन के संचालक डॉ आसिफ मकबूल डार को UAPA-1967 के तहत आतंकवादी घोषित कर दिया है। डार जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है और फिलहाल सउदी अरब में रहता है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया, “डॉ. आसिफ मकबूल डार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए कश्मीर घाटी के युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों के लिए उकसाने या भड़काने में शामिल है।”
अरबाज़ अहमद मीर भी आतंकी घोषित
कश्मीर में हुई आतंकवादी घटनाओं में आसिफ मकबूल का हाथ पाया गया है। एनआईए की जांच में भी वह दोषी पाया गया है। इससे पहले, केंद्र सरकार ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सदस्य अरबाज़ अहमद मीर को आतंकी घोषित किया था। अरबाज़ अहमद मीर पर कश्मीर में टारगेट किलिंग को बढ़ावा देने का आरोप है। उस पर महिला शिक्षक रजनी बाला की हत्या का भी आरोप है।