अमृतसरः पंजाब सरकार द्वारा लगातार भ्रष्टाचार और लापरवाही के मामले में अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में सरकार की ओर से अमृतसर में तैनात विजिलेंस के SSP लखबीर सिंह और उनके रीडर संजीव कुमार को सस्पेंड किया था। यह मामला भी 55 करोड़ के डेवलपमेंट के काम से जुड़ा बताया गया था, जिसमें जांच पर सवाल उठ रहे थे। लखबीर सिंह को इसी साल अप्रैल महीने में एसएसपी विजिलेंस लगाया गया था। वहीं अब सरकार ने कार्रवाई करते हुए अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के 7 अधिकारियों को सस्पेंड किया है।
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ਰਣਜੀਤ ਐਵੀਨਿਊ ਟੈਂਡਰ ਮਾਮਲੇ ‘ਚ ਵੱਡਾ ਐਕਸ਼ਨ, ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ 7 ਅਧਿਕਾਰੀ ਮੁਅੱਤਲ

ये सभी अधिकारी इंजीनियरिंग विभाग से जुड़े हैं। लोकल बॉडी विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई ट्रस्ट में 52.80 करोड़ के टेंडर घोटाले के मामले में की गई है। सस्पेंड किए गए अधिकारियों में से संतभूषण सचदेवा, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, एक्सईन रमिंदरपाल सिंह, एसक्सईन बिक्रम सिंह, एसडीओ सुखरिपन पाल सिंह, एसडीओ शुभम सिंह, जेई मनप्रीत सिंह और मनदीप सिंह शामिल है। बताया जा रहा हैकि सीगल इंडिया लि. कंपनी ने इस बारे में चीफ सेक्रेटरी को शिकायत की थी। इसके बाद डीसी ने 4 मेंबरी कमेटी बनाकर जांच सौंपी थी।
इंक्वायरी रिपोर्ट चीफ सेक्रेटरी को भेजने के बाद यह कार्रवाई लोकल बॉडीज विभाग ने की है। हालांकि सस्पेंशन के कारण आदेश में नहीं लिखे हैं। मिली जानकारी के अनुसार रणजीत एवेन्यू ब्लॉक-सी और 97 एकड़ स्कीम के डवलपमेंट को लेकर 52.40 करोड़ के टेंडर की फाइनेंशियल बिड 18 दिसंबर को ओपन होने पर शर्मा कांट्रैक्टर ने 1.08% का लेस देकर एच-1 बिडर बनी थी, जबकि राजिंदर इंफ्रास्ट्रक्चर ने 0.25% का लेस दिया। इसलिए टेंडर अपने नाम नहीं कर पाई। वहीं, सीगल इंडिया व गणेश कार्तिकेय कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. के डॉक्यूमेंट्स पूरे न होने व टेक्निकल खामी बताकर फाइनेंशियल बिड से पहले ही बाहर कर दिया गया था।