सरकार द्वारा भू माफिया से जुड़े लोगों के इशारे भ्रष्ट अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर लोगों की जमीन चहेतों के नाम करने का काम किया जा रहा है: सतपाल सिंह सत्ती
ऊना/सुशील पंडित: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं ऊना विधानसभा क्षेत्र के विधायक का सतपाल सिंह सत्ती ने कहा है कि विधानसभा क्षेत्र के लालसिंगी में लोगों की जमीन को लेकर किए जा रहे घोटाले की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए कि जिन अधिकारियों को रिश्वत कांड में पकड़ा गया था, उन्हें किसके इशारे पर बार-बार एक्सटेंशन देकर राजस्व विभाग में और बड़े घोटाले करने के लिए लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दागी अधिकारियों को लेकर पहले भी आवाज उठाई गई थी लेकिन सरकार इन्हीं अधिकारियों का साथ देती नजर आ रही है। और अब भी सरकार द्वारा भू माफिया से जुड़े लोगों के इशारे पर ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर लोगों की जमीन चहेतों के नाम करने का काम किया जा रहा है।
विधायक ने कहा कि हैरानी की बात यह है कि जिला मुख्यालय पर इतना बड़ा गोली कांड होने के बावजूद मुख्यमंत्री माफिया के तले दबे पड़े हैं। हालत यह है कि आम जनता का ध्यान भटकने के लिए जनता को ही प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से प्रताड़ित किया जा रहा है। जबकि सरकार को उंगलियों पर नाचने वाले माफिया के लिए सरकार हर काम करने को तैयार बैठी है। उन्होंने कहा कि लालसिंगी गांव के लोगों द्वारा बार-बार उनकी जमीनों को लेकर की जा रही छेड़छाड़ के बारे में सरकार के समक्ष बात उठाई गई, लेकिन अंधी और बहरी हो चुकी सरकार आम जनमानस के दुख दर्द को सुनने के लिए ही तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि लालसिंगी गांव में ऐसा कौन सा भू माफी अशक्रिया हो गया है जो लोगों की जमीन हड़पने का काम कर रहा है। विधायक ने कहा कि प्रशासन और सरकार को सब मालूम होने के बावजूद लोगों को अपने हक हासिल करने के लिए कोर्ट की शरण में जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी भू माफिया से प्रताड़ित वर्ग के साथ मजबूती के साथ खड़ी है। ऐसे माफिया को फिर चाहे प्रशासन का संरक्षण हो या मुख्यमंत्री का संरक्षण प्राप्त हो, प्रशासन को इस मामले में लोगों को इंसाफ दिलाना ही पड़ेगा। यदि इस मामले पर जल्द उचित कार्रवाई करते हुए लोगों को उनका हक नहीं दिया गया और भू माफिया को कानून के दायरे में नहीं लाया गया तो भारतीय जनता पार्टी उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।