नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच रुस-यूक्रेन के युद्ध को खत्म करने को लेकर अहम बात हुई। बैठक के बाद दोनों राष्ट्रपतियों ने इस बातचीत को बेहद खास बताया। मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका की ओर से दिए गए पीस प्लान पर लगभग 90 प्रतिशत सहमति बन गई है। वहीं ट्रंप ने यह दावा किया है कि यूक्रेन को दी जाने वाली सुरक्षा गारंटी को लेकर भी 95 प्रतिशत काम पूरा हो गया है।
युद्ध खत्म करने की दिशा में ठोस कदम
जेलेंस्की के अनुसार, अमेरिका और यूक्रेन की टीमें अगले हफ्ते फिर एक बार मिलने वाली हैं। सभी मुद्दों पर काफी सार्थक चर्चा हुई है और पिछले हफ्तों में रुस-यूक्रेन का युद्ध खत्म करने की दिशा में ठोस कदम बढ़ाए गए हैं। जेलेंस्की ने कहा कि युद्ध को खत्म करने को लेकर अमेरिका के साथ आर्थिक पहलुओं पर बातचीत हुई है। ट्रंप का कहना है कि कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर सहमति नहीं बनी है। इनमें सबसे बड़ा मुद्दा जमीन का है।
रुस ने इस समय यू्क्रेन के दो मुख्य क्षेत्रों पर कब्जा किया हुआ है। राष्ट्रपति ट्रंप ने भी यह माना है कि इस मुद्दे को लेकर अभी पूरी सहमति नहीं बन पाई है। वहीं उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों पर पहले ही रुस का नियंत्रण है। जानकारी के अनुसार, मॉस्को के पास डोनबास क्षेत्र का 75% हिस्सा, लुहान्स्क क्षेत्र के पास 99% हिस्से पर अभी भी रुस का ही कब्जा है।
ट्रंप खत्म करना चाहते हैं युद्ध
रुस यह चाहता है कि यूक्रेन डोनबास क्षेत्र को छो़ड़ दे वहीं यूक्रेन का यह कहना है कि इस इलाके को एक फ्री इकोनॉमिक जोन बनाया जा सकता है परंतु यूक्रेन की पुलिस इस पर निगरानी करती रहेगी। इस मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भी रुख बदल रहा है। सितंबर में उन्होंने कहा था कि यूक्रेन अपनी जमीन हासिल कर लेगा परंतु अब बाद में उन्होने कह दिया कि ऐसा करना मुश्किल है।
वहीं ट्रंप दोनों देशों में चल रहे युद्ध को खत्म करना चाहते हैं। पिछले चार सालों से चल रहे इस युद्ध को रोकने के लिए उन्होंने कई प्रयास किए हैं पर युद्ध नहीं रुका इसके बाद भी उन्होंने लगातार अपनी कोशिश जारी रखी है। कुछ दिन पहले ट्रंप ने रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन पर भी बात रकी थी हालांकि इस बातचीत की ज्यादा जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। ट्रंप के अनुसार, उस कॉल में पुतिन ने इतना जरुर कहा कि वो यूक्रेन को स्थिर और सुरक्षित स्थिति में देखना चाहते हैं।