जालंधरः पिछले दिनों बॉलीवुड सिंगर मास्टर सलीम के पिता उस्ताद पूरण शाहकोटी का निधन हो गया। उनको 23 दिसंबर को जालंधर में सुपुर्द ए खाक किया गया था। इस दौरान उनके बेटे मास्टर सलीम फूट-फूटकर रोते हुए नजर आए। पिता को जब सुपुर्द ए खाक किया जाने लगा तो उन्होंने अंतिम रस्मों की वीडियोग्राफी से भी इनकार कर दिया था। मास्टर सलीम ने कहा था कि उनके निधन से सुरों की एक सदी खामोश हो गई। वहीं पंजाबी इंडस्ट्री के कई सितारों ने भी नम आंखों से उनको विदाई दी थी। उस्ताद पूरण शाहकोटी ने कई मशहूर गायकों को सुरों का ज्ञान दिया था।
वहीं, दूसरी ओर निधन से 2 दिन पहले तक भी वह संगीत में ही ढूबे हुए थे। अब उनके निधन से पहले की आखिरी वीडियो सामने आई है जिसमें वह अपने दूसरे बेटे पेजी शाहकोटी को संगीत सिखा रहे थे। पेजी शाहकोटी ने इसका वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है। इस वीडियो में उनके बोल- न जी भरके जीना, ये क्या जिंदगी है, न मरना, न जीना, न तौबा ही करना, ये क्या जिंदगी है।
शाहकोटी के बेटे पेजी ने बताया कि यह उनके पिता के मुंह से निकली आखिरी संगीत की आवाज थी। इसके बाद उन्होंने कुछ नहीं गाया और हमेशा के लिए विदा हो गए। पेजी ने बताया कि इस वीडियो में वह मुझे ही संगीत का रियाज करा रहे थे। वीडियो में देखा जा सकता है कि शाहकोटी बेहद वृद्ध अवस्था में पहुंच गए थे। उनकी आवाज भी स्पष्ट नहीं थी लेकिन संगीत को लेकर उनका प्रेम अंतिम पल तक रहा।
उनके सिंगर बेटों मास्टर सलीम और पेजी शाहकोटी ने बताया कि उस्ताद शाहकोटी की अंतिम अरदास 30 दिसंबर को जालंधर के माडल टाउन स्थित श्री गुरुद्वारा सिंह सभा में होगी।