ऊना /सुशील पंडित: अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय महाविद्यालय, बंगाणा द्वारा आवारा कुत्तों के नियंत्रण एवं प्रबंधन के संबंध में भारतीय सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में रेबीज जागरूकता पर एक महत्वपूर्ण व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में पशु चिकित्सा अधिकारी राज कुमार जगा ने विद्यार्थियों एवं उपस्थितजनों को संबोधित किया।
अपने व्याख्यान में उन्होंने रेबीज जैसी घातक बीमारी के कारण, लक्षण, निवारक उपाय, पोस्ट-एक्सपोज़र प्रबंधन (काटने के बाद की चिकित्सा प्रक्रिया) तथा आवारा कुत्तों के मानवीय प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समय पर प्राथमिक उपचार, घाव की सही सफाई, एंटी-रेबीज टीकाकरण तथा समुदाय की सक्रिय भागीदारी से रेबीज की प्रभावी रोकथाम संभव है। साथ ही, उन्होंने जिम्मेदार पालतू-पालन, नियमित टीकाकरण और नसबंदी को सामुदायिक स्वास्थ्य एवं सार्वजनिक सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक बताया।
इस कार्यक्रम में समिति सदस्यों में प्रो. कृष्ण चंद, प्रो. सिकंदर नेगी, प्रो. कमलेश, महाविद्यालय केंद्रीय छात्र संघ की अध्यक्ष शिल्पा, उपाध्यक्ष संजना सहूता सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुरूप विद्यार्थियों को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा, जिम्मेदार नागरिक व्यवहार तथा मानवीय एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से आवारा पशु प्रबंधन के प्रति जागरूक करना रहा। विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता दिखाई और इसे एक सराहनीय व समाजोपयोगी पहल बताया।