जालंधर, ENS: मास्टर सलीम के पिता व उस्ताद पूरन शाह कोटी को आज सुपुर्द ए खाक किया गया। दरअसल पूरन शाहकोटी की अंतिम इच्छा थी कि मुझे श्मशानघाट ना ले जाया जाएं और मुझे सुपुर्द-ए-खाक किया जाए। उनकी इच्छा के अनुसार प्लाट नंबर 13, केपी नगर नजदीक देओल में 12 बजे सुपुर्द-ए-खाक किया जा रहा है। सुपुर्द-ए-खाक से पहले उनके शव को घर से बाहर लाया गया और सभी को उनके आखरी बार दर्शन करवाए गए।
जिसके बाद उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया। इस दौरान शाहकोटी के दर्शन करने पर सभी कलाकारों की आंखे नम हो गई। शाहकोटी के अंतिम दर्शन करने के लिए एडीसी जसबीर सिंह, डीसीपी नरेश डोगरा, गायक हंसराज, युवराज हंस, गुरलेज अख्तर, फिरोज खान, कंठ कलेर, मुकेश अनायत, सचिन अहूजा, जी-खान, राय जुझार, अफसाना सहित कई दिग्गज कलाकार पहुंचे।
इस दौरान मीडिया के सामने मास्टर सलीम आज फिर से भावुक हो गए और वह पिता को याद करते हुए रोने लगे। वहीं गायक सलीम ने मीडिया से अपील की कि उनके पिता की अंतिम रस्में और सुपुर्द ए खाक करने की वीडियोग्राफी न की जाए। जिसके बाद मीडिया को बाहर ही रुकने को कहा गया है। पंजाबी सिंगर राय जुझार ने बताया कि वह बहुत सॉफ्ट बोलते थे। कई बार दबका मारते तो इनका प्यार छिपा होता है। दबका भी सिखाने के लिए मारते थे। बड़े-बड़े आर्टिस्ट उन्होंने इंडस्ट्री को दिए है। यह घाटा कभी पूरा नहीं होगा। मैं डेढ़ साल पहले उनसे मिला था।
इसके अलावा सिंगर जसबीर जस्सी भी उस्ताद शाहकोटी के शागिर्द रह चुके हैं। उनके निधन पर जस्सी ने कहा- मैंने उस्ताद पूरण शाहकोटी को अपना उस्ताद धारण किया। उनके साथ मेरी हर मुलाकात पहली मुलाकात जैसी होती थी। गुरु का चले जाना बहुत दुखदायी होता है। मुहब्बत के उस्ताद पूरण शाहकोटी अपनी उस्तादी की महक फैलाकर चले गए। एक युग चला गया। शाहकोटी के निधन पर पंजाबी सिंगर और बॉलीवुड अभिनेता दिलजीत दोसांझ ने कहा- पूरण शाहकोटी उन नेक रूहों मैं से एक थे, जिन्होंने अपनी पूरी लाइफ म्यूजिक इंडस्ट्री में लगा दी, जो अब वापिस नहीं आएंगे।
