नई दिल्ली: बिहार के सीएम नीतीश कुमार के द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब हटाने की घटना को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। देश के अंदर अब आलोचना के बाद अब इस मुद्दे पर पाकिस्तान भी प्रतिक्रिया दे रहा है। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने इशाक डार ने सीएम की इस हरकत की कड़ी निंदा कर दी है।
नीतीश पर भड़के पाकिस्तान के विदेश मंत्री
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने एक्स पर पोस्ट करते हुए इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह मामला अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा और इस्लामोफोबिया की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने की तत्काल जरुरत को उजागर कर रहा है। डार ने अपने बयान में कहा है कि महिलाओं और धार्मिक आस्थाओं के प्रति सम्मान हर समाज का मूल और गैर समझौतावादी सिद्धांत होना चाहिए।
जांच की उठी मांग
वहीं इस मुद्दे पर पाकिस्तान की मानवाधिकार परिषद ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। परिषद ने भारत सरकार से इस घटना की तुरंत पारदर्शी और निष्पक्ष जांच करवाने का आग्रह किया है। एक्स पर उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति का अपमान नहीं है बल्कि मानवीय गरिमा, धार्मिक स्वतंत्रता, महिलाओं की व्यक्तिगत स्वायत्ता और मौलिक मानवाधिकारों पर भी सीधा हमला है। यह किसी भी सभ्य लोकतांत्रिक और तथाकथित धर्मनिरपेक्ष राज्य में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
क्या है पूरा मामला?
यह विवाद 15 दिसंबर को शुरु हुआ। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान 1283 आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र सौंपे थे। इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी मंच पर मौजूद थे। इसी दौरान महिला डॉक्टर के हिजाब की घटना सामने आई थी। इस घटना ने बाद में राजनीतिक और सामाजिक विवाद का रुप ले लिया है।
विवाद बढ़ने के बाद इस मामले से जु़ड़ी महिला डॉक्टर नुसरत परवीन ने अस्थायी रुप से बिहार छोड़ दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह अपने परिवार के साथ रहने के लिए कोलकाता चली गई है। सूत्रों का कहना है कि घटना के एक दिन बाद ही उन्होंने राज्य छोड़ने का फैसला किया।