दुर्गः जिले में छोटे भाई द्वारा अपनी ही सगी बहन के घर से करीब ढाई लाख की चोरी करने का मामला सामने आया है। आरोपी सुरेश साहू कैलाश नगर हाउसिंग बोर्ड में अपनी बहन के घर आया हुआ था। जब जीजा काम से कही बाहर गया और बहन सामान लेने बाजार गई तो मौके का फायदा उठाकर उसने घर में रखी अलमारी से सोने-चांदी के जेवरात और नकद चोरी कर लिए। आरोपी ने ज्वेलरी दुकान में गहने गिरवी रख दिए थे। वहीं, पैसा जुएं में हार गया था। वारदात में सुरेश के एक साथी ने भी उसका साथ दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपी और ज्वेलरी दुकान के संचालक को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी मुताबिक, कैलाश नगर हाउसिंग बोर्ड भिलाई निवासी सन्नी साहू ने 14 दिसंबर को जामुल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 6 दिसंबर को वह घर से बाहर गया हुआ था और उसकी पत्नी घर में अकेली थी। इसी दौरान उसका साला सुरेश साहू घर आया। कुछ देर बाद सन्नी की पत्नी सामान लेने बाजार चली गई। इस मौके का फायदा उठाकर अज्ञात चोर ने घर में रखी अलमारी से सोने-चांदी के जेवरात और नकद रकम चोरी कर ली।
चोरी गई संपत्ति की कुल कीमत लगभग ढाई लाख रुपए बताई गई। मामला दर्ज होते ही जामुल पुलिस और एसीसीयू यूनिट की संयुक्त टीम ने जांच शुरू की। संदेह के आधार पर पुलिस ने प्रार्थी के साले सुरेश साहू की गतिविधियों पर नजर रखी। लगातार पतासाजी के बाद 16 दिसंबर को पुलिस ने सुरेश साहू को जामुल क्षेत्र से घेराबंदी कर पकड़ लिया। पूछताछ में उसने चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया।
आरोपी सुरेश साहू ने पुलिस को बताया कि उसने अपने साथी खिलेश्वर देशमुख के साथ मिलकर वारदात की थी। चोरी किए गए सोने के जेवरात को पावर हाउस क्षेत्र स्थित एक ज्वेलरी दुकान में गिरवी रख दिया गया था, जबकि चोरी की नकदी रकम जुए में हार जाने की बात कही गई। आरोपी के मेमोरण्डम बयान के आधार पर पुलिस ने ज्वेलरी दुकान संचालक सतीश ठोसर को भी हिरासत में लिया।
जामुल थाना प्रभारी निरीक्षक रामेन्द्र सिंह ने बताया कि चोरी की संपत्ति को गिरवी रखने के मामले में ज्वेलरी संचालक की भूमिका पाए जाने पर उसे भी आरोपी बनाया गया है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर केंद्रीय जेल दुर्ग भेज दिया गया है।