गांव पहुंचने पर ढोल-नगाड़ों के साथ हुआ स्वागत
फिरोजपुरः न्यूजीलैंड में परदेसी फोर्स क्लब ने रमी गिल बठिंडा की लीडरशिप में पहला वॉलीबॉल वर्ल्ड कप ऑर्गेनाइज किया। इस इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन में भारतीय टीम ने शानदार परफॉर्म किया और चैंपियनशिप जीती। इस टूर्नामेंट में पंजाब के फिरोजपुर जिले के गांव चुग्गे के नौजवान परविंदर सिंह चीमा ने भारतीय टीम में शामिल होकर अहम भूमिका निभाई। उनके बढ़िया कौशल और खेलने के तरीके से भारत को जीतने में काफी मदद मिली। जब परविंदर सिंह गांव लौटे तो गांव वालों ने ढोल-नगाड़ों, फूलों से उनका ग्रैंड वेलकम किया और लड्डू बांटकर बधाई दी। पूरा गांव इस पल का गवाह बना और माहौल ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंज उठा।
परविंदर सिंह ने बताया कि यह टूर्नामेंट न्यूजीलैंट के ओकलेंड शहर में आयोजित हुआ था जिसमें 8 टीमों ने भाग लिया था और भारत की टीम टूर्नामेंट जीतने में सफल रही। उन्होंने अन्य युवाओं को भी खेलों की ओर प्रेरित होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “गांव वालों के आशीर्वाद और माता-पिता के सपोर्ट से ही मैं वर्ल्ड वॉलीबॉल चैंपियनशिप में देश के लिए जीत पाया हूं।” इस मौके पर उनके पिता सुखपाल सिंह ने कहा कि परविंदर ने न सिर्फ परिवार का बल्कि पूरे गांव और जिले का नाम रोशन किया है।
इस मौके पर कोच अमृत सिंह साहू, तरसेम सिंह, गुरसाहिब सिंह साहू, पूर्व सरपंच वकील सिंह और स्वर्गीय सतनाम सिंह के पिता समेत कई गांव वाले मौजूद थे। सभी ने परविंदर को आशीर्वाद दिया और उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। गांव में पहली बार किसी नौजवान के इंटरनेशनल लेवल पर इंडियन टीम में चुने जाने और जीतने पर खुशी की लहर है।