लुधियाना/अमृतसर/मोगा/संगरूरः किसानों की ओर से आज पूरे पंजाब भर में रेलवे ट्रैक जाम करने का ऐलान था। जिससे पहले ही पुलिस ने एक्शन लेते कई किसान नेताओं को घर में ही नजरबंद कर दिया। हर किसान नेता के घरों के बाहर पुलिस बल तैनात है।
लुधियाना से बलकार सिंह भैंस किसान मजदूर मोर्चा भारतीय किसान यूनियन पंजाब ने बताया कि बिजली शोध बिल 2025 को लेकर किसानों ने 1 से 3 बजे तक रेल रोको का आह्वान किया था, लेकिन रात भर से पुलिस उनके घरों में छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार और नजरबंद कर रही है।
उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन तक नहीं कर सकते, हम देश में कैसे आजाद बैठे है। हम कोई प्रोटेस्ट नहीं कर सकते। सभी प्रधानों और किसानों को घरों पर पुलिस सुबह से ही छापेमारी कर रही है। उन्होंने किसानों को अपील करते कहा कि ये जो बिल है जिसमें चिप वाले मीटर भी है लागू होंगे। अगर यह लागू हो जाते है तो आने वाले समय में बहुत बड़ी मुश्किल हो सकती है। किसी के घर भी बिजली नहीं आएगी। सरकारें बिजली विभाग को प्राइवेट करने जा रही है। जिससे लगभग 90 फीसदी लोगों के घरों में बिजली नहीं आएगी।
अमृतसर में जिला प्रेस सचिव अवतार सिंह धर्म सिंह वाला (जिला मोगा) के घर अचानक पुलिस ने छापेमारी की। नैनोवाल कला में किसान नेताओं को गिरफ्तार करने आई पुलिस को किसानों ने घेर लिया। वहीं मोगा में पुलिस की ओऱ से किसान नेता गुरदेव सिंह साह वाला के घर पर छापेमारी कर किसानों को नजरबंद किया गया।
संगरूर में आंदोलन की तैयारी कर रहे किसान नेताओं पर जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। संगरूर जिले में करीब 30 किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है, जिनमें भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष जसविंदर लोंगोवाल भी शामिल हैं। हिरासत में लिए गए अन्य नेताओं में परमजीत सिंह मेदेवास, संत राम छाजली, बलविंदर सिंह, मक्खन सिंह, हैप्पी नमोल, हरदेव सिंह, बलदेव सिंह, राज सिंह, गुरचरण सिंह व अन्य शामिल हैं। सभी को अलग-अलग पुलिस थानों में नजरबंद किया गया है। इस कार्रवाई के बाद यूनियन में रोष है। यूनियन नेता जसवीर सिंह ने कहा कि किसानों की पूरी कोशिश होगी कि किसी भी हाल में रेलवे ट्रैक तक पहुंचकर विरोध दर्ज कराया जाए। किसानों के आंदोलन को देखते जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और पुलिस हर संभावित स्थान पर सतर्क दिख रही है।