नई दिल्ली: भारत सरकार के द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। दूरसंचार विभाग के द्वारा आदेश दिया गया है कि सभी स्मार्टफोन के अंदर अब संचार साथी ऐप प्री इंस्टाल करना जरुरी होगा। विभाग का यह कहना है कि इस कदम से साइबर ठगी, चोरी के फोन ढूंढने, फेक सिम को रोकने और फर्जी IMEI जैसे फ्रॉड्स से बचाव होगा। यह ऐप सरकार के द्वारा बनाया गया एक सिक्योरिटी टूल है। इसको 17 जनवरी 2025 को लॉन्च किया गया था। अब तक 5 करोड़ से ज्यादा बार लोग इसे डाउनलोड भी कर चुके हैं।
आखिर क्या है ये ऐप?
यह एक सिक्योरिटी टूल है। यह ऐप 2023 में एक वेब पोर्टल के तौर पर शुरु हुआ था। इसका उद्देश्य नागरिकों को उनके मोबाइल नंबर और डिवाइस से जुड़ी सुरक्षा उपलब्ध करवाना था। बाद में इसको और उपयोगी बनाते हुए जनवरी 2025 में मोबाइल ऐप के रुप में पेश किया गया। यह ऐप एंड्रॉयड के साथ-साथ आईओएस (iOS) दोनों ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। इसको अपने फोन में इंस्टाल करने के लिए कोई पैसा नहीं लगेगा क्योंकि यह पूरी तरह मुफ्त है।
नए फोन में होगा उपलब्ध
दूरसंचार विभाग ने 28 नवंबर को गाइडलाइंस जारी कर दी है। इस गाइडलाइंस के अंतर्गत भारत में इस्तेमाल करने के लिए बनाए या फिर आयात किए जाने वाले मोबाइल हैंडसेट के निर्माताओं और आयातकों को इस ऐप को प्री इंस्टाल करना पड़ेगा। इसके लिए उन्हें 90 दिनों का समय भी दिया गया है।
ऐसा करेगा काम
यह आपके फोन के IMEI नंबर, मोबाइल नंबर और नेटवर्क से जुड़ी हर जानकारी की मदद से आपकी सुरक्षा को मजबूत बनाएगा। जब आपको फोन में खोलेंगे तो सबसे पहले फोन नंबर डालना पड़ेगा। इसके बाद आपके फोन पर एक ओटीपी आएगा। ओटीपी डालने से फोन इस ऐप से जुड़ जाएगा। इसके बाद ऐप आपके फोन का IMEI नंबर पहचान लेगा। यह ऐप IMEI को दूरसंचार विभाग की केंद्रीय CEIR प्रणाली से मिलाकर यह जांचेगा कि फोन वैध है या फिर चोरी का है।