मोहालीः जालंधर ईडी टीम ने पटवारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए करोड़ों की प्रापर्टी की अटैच की है। दरअसल, जालंधर ईडी टीम ने चमकौर साहिब के पटवारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसकी 2.76 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की है। ईडी की टीम ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि शनिवार 28 नवंबर को प्रिवेंशन ऑफ मनी-लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) 2002 के प्रोविजन के तहत पटवारी चमकौर लाल की 2.76 करोड़ रुपए की इमूवेबल प्रॉपर्टी को अटैच किया गया है। ईडी को जांच में पता चला कि चमकौर लाल ने डेरा बस्सी और खरड़ तहसील में पटवारी के तौर पर काम करते हुए अपनी और अपने परिवार के सदस्यों की इनकम से ज्यादा प्रॉपर्टी बनाई है।

जांच में पता चला कि अवैध तरीके से की गई कमाई को चल और अचल प्रॉपर्टी खरीदने में इन्वेस्ट किया गया है। जांच में यह भी पता चला कि चमकौर लाल ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के अकाउंट में गैर-कानूनी ढंग से पैसे डाले हैं। इस पैसे को रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों से लिए गए लोन के तौर पर दिखाया गया है। इस तरह ब्लैक मनी को व्हाइट दिखाने की कोशिश की गई। जांच में पता चला कि चमकौर लाल ने अपनी नौकरी के दौरान कई अवैध तरीकों से 2.76 करोड़ रुपए की बेहिसाब प्रापर्टी बनाई थी। इस सरकार ने अटैच कर लिया है। इसकी और कहां-कहां संपत्ति है, इसके बारे में भी पता लगाने के लिए जांच चल रही है।
ईडी ने विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट, 1988 के सेक्शन 13 (1) (b) और 13 (2) के तहत रजिस्टर्ड FIR के आधार पर ये कार्रवाई की है। इसमें बताया गया है कि 1 अप्रैल 2017 से 31 मार्च 2023 के समय के दौरान पटवारी ने अकूत प्रापर्टी बनाई। इसकी शिकायत मिलने पर जांच चल रही थी।